कोरोना वायरस: देश में सक्रिय मामले 4,000 पार, WHO ने चेताया
देश में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामले डराने लगे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि भारत में कोरोना के सक्रिय मामले 4,000 से ऊपर पहुंच गए हैं। सुबह 8 बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 4,054 सक्रिय कोरोना के मामले दर्ज किए गए, जबकि रविवार को यह संख्या 3,742 थी। देश में नए वेरिएंट JN.1 के बढ़ते मामलों ने भी चिंता बढ़ा दी है।
केरल में अकेले सक्रिय मामले 3,000 के पार
केरल में एक ही दिन में सबसे अधिक सक्रिय मामले (128) दर्ज किए गए। यहां कुल सक्रिय मामलों की संख्या 3,000 का आंकड़ा पार कर गई है। दक्षिणी राज्य में कोरोना से 1 मौत और हुई, जिससे देशभर में मरने वालों की कुल संख्या 5,33,334 हो गई है। महाराष्ट्र में 35, कर्नाटक में 96, तमिलनाडु में 6 और गुजरात में 10 नए मामले दर्ज किये गए हैं। देश में महामारी से मरने वालों की मृत्यु दर 1.18 प्रतिशत है।
देश में तेजी से बढ़ रहे JN.1 वेरिएंट के मामले
कोरोना के नए JN.1 वेरिएंट के भारत में मामले अब 21 से बढ़ गए हैं। महाराष्ट्र के ठाणे में 30 नवंबर के बाद से टेस्ट किए गए 20 नमूनों में से 5 मामले JN.1 के हैं। समाचार एजेंसी PTI से बातचीत में एक एक अधिकारी ने कहा कि संक्रमित रोगियों में एक महिला शामिल है। यहां कुल संक्रमित मामले 10 हो गए हैं। इससे पहले गोवा में 19, जबकि केरल और महाराष्ट्र में एक-एक मामला दर्ज किया गया था।
महाराष्ट्र में सरकारी अस्पतालों को निर्देश जारी
JN.1 के बढ़ते मामलों को देखते हुए महाराष्ट्र के मंत्री संजय बनसोडे ने स्वास्थ्य अधिकारियों को सरकारी अस्पतालों में वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर और अन्य आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
WHO ने कहा- मामलों पर बनाए रखें नजर
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों से कोरोना, इसके नए JN.1 वेरिएंट और इन्फ्लूएंजा सहित श्वसन संबंधी बीमारियों के बढ़ते मामलों को देखते हुए मजबूती से निगरानी करने का आग्रह किया है। इसके साथ ही WHO ने जोखिम वाले लोगों के लिए कोरोना वायरस और इन्फ्लूएंजा के खिलाफ वैक्सीन के महत्व पर भी जोर दिया। WHO ने नए JN.1 वेरिएंट को 'इंटरेस्ट ऑफ वेरिएंट' श्रेणी में रखा है।
क्या अब लगेगा वैक्सीन का चौथा डोज?
भारत SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के प्रमुख डॉ एनके अरोड़ा ने कहा कि वर्तमान में JN.1 वेरिएंट के खिलाफ वैक्सीन की चौथी डोज की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि इस वायरस के 400 से अधिक सबवेरिएंट या म्यूटेशन की पहचान की गई है, लेकिन इनमें से कोई भी गंभीर लक्षणों या अस्पताल में भर्ती होने से जुड़ा नहीं है। सरकार भी अभी कोई सलाह या दिशानिर्देश जारी करने पर विचार नहीं कर रही है।
न्यूजबाइट्स प्लस
WHO के अनुसार, JN.1 ओमिक्रॉन वेरिएंट के BA.2.86 सब-वेरिएंट से निकला है। इसकी स्पाइक प्रोटीन में 41 म्यूटेशन हैं, इसलिए JN.1 को संक्रामक माना जा रहा है। इसका पहला मामला 25 अगस्त को यूरोप के लग्जमबर्ग में सामने आया था। वेरिएंट से संक्रमित मरीजों में पहले की तरह हल्का बुखार, खांसी, नाक बंद होना, गले में खराश, नाक बहना, सिर दर्द और पेट में गड़बड़ी की शिकायत सामने आ रही हैं।