कोरोना वायरस: दिल्ली में लगभग 90 प्रतिशत मरीज हुए ठीक, जानिए बाकी राज्यों का हाल
क्या है खबर?
भारत में कोरोना वायरस के मामले बेहद तेजी से बढ़ रहे हैं और पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 52,123 मामलों के साथ कुल संक्रमितों की संख्या 15.83 लाख हो गई है।
मामलों में तेजी से इजाफे के बीच ठीक होने वाले मरीजों की संख्या राहत देने वाली है और अब तक 10.20 लाख मरीज ठीक हो चुके हैं। देश की रिकवरी रेट 64.43 प्रतिशत है।
अलग-अलग राज्यों की रिकवरी रेट कैसी है, आइए इस पर एक नजर डालते हैं।
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दिल्ली की रिकवरी रेट सबसे बेहतर, हरियाणा दूसरे नंबर पर
पिछले महीने कोरोना वायरस के संक्रमण से बुरी तरह से जूझ रही दिल्ली की रिकवरी रेट इस समय देश में सबसे अच्छी है। शहर में अब तक 1,33,310 लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जा चुका है जिनमें से 88.99 प्रतिशत यानि 1,18,633 ठीक हो चुके हैं।
ज्यादा मामले वाले राज्यों में दिल्ली के बाद हरियाणा की रिकवरी रेट सबसे अधिक है और राज्य में 33,631 में से 26,420 मरीज (78.55 प्रतिशत) ठीक हो चुके हैं।
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असम, तेलंगाना और गुजरात की रिकवरी रेट भी अच्छी
रिकवरी रेट के मामले में असम तीसरे स्थान पर है और यहां कोरोना के 76.68 प्रतिशत मरीज ठीक हो चुके हैं। राज्य में 36,295 मामले सामने आए हैं जिनमें से 27,832 ठीक हो चुके हैं।
74.27 प्रतिशत रिकवरी रेट के साथ तेलंगाना चौथे स्थान पर काबिज है और राज्य में 58,906 में से 43,751 मरीज ठीक हो चुके हैं।
गुजरात की रिकवरी रेट भी 73 प्रतिशत से अधिक है और यहां 59,126 में से 43,195 मरीज ठीक हो चुके हैं।
डाटा
तमिलनाडु और राजस्थान में भी रिकवरी रेट 70 प्रतिशत से अधिक
तमिलनाडु और राजस्थान अन्य वो दो राज्य हैं जहां रिकवरी रेट 70 प्रतिशत से अधिक है। तमिलनाडु में 2,34,114 में से 1,72,883 मरीज (73.84 प्रतिशत) और राजस्थान में 38,964 में से 27,569 मरीज (70.75 प्रतिशत) ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं।
बेहतर प्रदर्शन
इन पांच राज्यों में भी रिकवरी रेट राष्ट्रीय औसत से बेहतर
मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पंजाब, बिहार और ओडिशा पांच अन्य ऐसे राज्य हैं जहां रिकवरी रेट राष्ट्रीय औसत से अधिक है।
मध्य प्रदेश में 30,134 में से 20,934 मरीज (69.46 प्रतिशत), पंजाब में 14,946 में से 10,213 मरीज (68.33 प्रतिशत) और पश्चिम बंगाल में 65,258 में से 44,116 मरीज (67.60 प्रतिशत) ठीक हो चुके हैं।
वहीं बिहार में 46,080 में से 30,320 मरीज (65.79 प्रतिशत) और ओडिशा में 29,175 में से 18,939 (64.91 प्रतिशत) मरीज ठीक हो चुके हैं।
महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश
महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में लगभग 60 प्रतिशत है रिकवरी रेट
देश का सबसे अधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र ठीक होने वाले मरीजों की संख्या के मामले में देश में सबसे आगे है, हालांकि मरीजों की ज्यादा संख्या के कारण राज्य की रिकवरी रेट कम है। राज्य में 4,00,651 में से 2,39,755 मरीज ठीक हो चुके हैं और उसकी रिकवरी रेट 59.84 प्रतिशत है।
वहीं देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में 77,334 में से 45,807 मरीज ठीक हो चुके हैं और उसकी रिकवरी रेट 59.23 प्रतिशत है।
खराब प्रदर्शन
दक्षिण भारत के राज्यों की रिकवरी रेट सबसे खराब
दक्षिण भारत के राज्य रिकवरी रेट के मामले में निचले पायदानों पर हैं और आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में तो रिकवरी रेट 50 प्रतिशत से भी कम है।
आंध्र प्रदेश में 1,20,390 में से 55,406 मरीज (46.02 प्रतिशत) और कर्नाटक में 1,12,504 में से 42,901 मरीज (38.13 प्रतिशत) ठीक हुए हैं। वहीं केरल में 21,797 में से 11,365 मरीज (52.14 प्रतिशत) ठीक हुए हैं।
दक्षिणी राज्यों में हाल ही में मामले बढ़े हैं, इसलिए उनकी रिकवरी रेट इतनी कम है।