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कौन हैं एयर कॉमोडोर हिलाल अहमद, जिन्होंने राफेल को लाने में निभाई अहम भूमिका?

कौन हैं एयर कॉमोडोर हिलाल अहमद, जिन्होंने राफेल को लाने में निभाई अहम भूमिका?

Jul 29, 2020
11:34 am

क्या है खबर?

भारतीय वायुसेना के लिए बुधवार का दिन बहुत ही खास होने वाला है। फ्रांस से सोमवार को भारत के लिए रवाना हुआ पांच राफेल विमानों का पहला बैच बुधवार को अंबाला एयरबेस पर पहुंचेगा। इसके साथ ही भारत आसमान की ताकत में और भी आगे निकल जाएगा। राफेल विमान को फ्रांस से भारत लाने तक की प्रक्रिया में जम्मू-कश्मीर के वायुसेना के एयर कॉमोडोर हिलाल अहमद रथर की अहम भूमिका रही है। आइए उनके बारे में जानें।

जिम्मेदारी

एयर कॉमोडोर हिलाल अहमद ने बखूबी निभाई अपनी जिम्मेदारी

न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसार एयर कॉमोडोर अहमद पांच राफेल विमानों को भारत रवाना करने के बाद अभी भी फ्रांस में हैं और भारतीय वायुसेना के एयर अटैच के रूप में कार्यरत हैं। उन्हें फ्रांस में भारत के राजदूत के साथ देखा जा सकता है। उन्होंने राफेल की सही वक्त पर डिलीवरी और भारत की जरूरतों का ध्यान रखने की जिम्मेदारी को बखूबी निभाया है। उन्हें NDA में स्वॉर्ड ऑफ ऑनर का खिताब भी मिला चुका है।

पृष्ठभूमि

जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में हुआ था एयर कॉमोडोर हिलाल अहमद का जन्म

एयर कॉमोडोर हिलाल अहमद का जन्म दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के बख्शियाबाद इलाके में हुआ था। उनके पिता मोहम्मद अब्दुल्ला रथर जम्मू-कश्मीर पुलिस विभाग में पुलिस उपाधीक्षक (DSP) के रूप में सेवानिवृत्त हुए थे। हिलाल ने सैनिक स्कूल से पढ़ाई की थी। वह 17 दिसंबर, 1988 में पायलट के रूप में वायु सेना में शामिल हुए थे। इसके बाद वह 1993 में फ्लाइट लेफ्टिनेंट, 2004 में विंग कमांडर, 2016 में ग्रुप कैप्टन और 2019 में एयर कॉमोडोर बने।

जानकारी

एयर कॉमोडोर हिलाल ने DSSC से किया था स्नातक

बता दें कि एयर कॉमोडोर हिलाल अहमद ने डिफेंस सर्विस कॉलेज (DSSC) से अपनी स्नातक की पढ़ाई पूरी की थी। इसके अलावा उन्होंने एयर वॉर कॉलेज (USA) से डिस्टिंक्शन के साथ स्नातक भी किया है। अब वह फ्रांस में जिम्मेदारी निभा रहे हैं।

उपलब्धियां

एयर कॉमोडोर हिलाल अहमद के नाम दर्ज हैं ये उपलब्धियां

यदि एयर कॉमोडोर हिलाल अहमद की उपलब्धियों पर नजर डाली जाए तो उनके नाम कई रिकॉर्ड दर्ज हैं। उन्होंने अब तक मिग-21, मिराज-2,000 और किरण एयरक्राफ्ट को बिना किसी गलती और दुर्घटना के करीब 3,000 घंटे तक उड़ाया है। उन्हें साल 2010 में विंग कमांडर के रूप में वायुसेना मेडल से भी नवाजा जा चुका है। इसके अलावा साल 2016 में उन्हें ग्रुप कैप्टन रहने के दौरान विशिष्ट सेवा मेडल से भी नवाजा गया था।

कार्यक्रम

आज अंबाला पहुंचेंगे राफेल लड़ाकू विमान

फ्रांस से उड़े पांच राफेल लड़ाकू विमान आज हरियाणा के अंबाला स्थित एयरफोर्स स्टेशन पर पहुंच जाएंगे। इसे देखते हुए जिला पुलिस ने सुरक्षा के बंदोबस्त कड़े कर दिए हैं। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया खुद अंबाला जाकर विमानों का स्वागत करेंगे। ये विमान सुबह लगभग 11 बजे अल दाफरा से उड़ान भरेंगे और दोपहर 2 बजे तक अंबाला में लैंड करेंगे। इसके बाद विमान औपचारिक रूप से वायुसेना के बेड़े में शामिल होंगे।