संयुक्त किसान मोर्चा से निलंबन पर योगेंद्र यादव बयान, कहा- निर्णय का सम्मान करता हूं
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में मारे गए भाजपा कार्यकर्ता के घर जाने को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने गुरुवार को स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव को एक महीने के लिए संगठन से निलंबित कर दिया है।
इसको लेकर किसान संगठनों में राजनीति सामने आने लगी है।
इसी बीच योगेंद्र यादव ने बयान जारी करते हुए कहा कि वह SKM के निर्णय का सम्मान करते हैं और दी गई सजा को हसर्ष स्वीकार करते हैं।
पृष्ठभूमि
लखीमपुर खीरी हिंसा में हुई थी आठ लोगों की मौत
लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के दौरे के समय हिंसा हुई थी, जिसमें चार आंदोलनकारी किसानों समेत कुल आठ लोगों की मौत हुई।
मिश्रा कार्यक्रम के लिए लखीमपुर खीरी स्थित अपने पैतृक गांव पहुंचे थे। आरोप है कि लौटते वक्त मिश्रा के बेटे आशीष ने किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी, जिसमें चार किसान मारे गए।
बाद में भीड़ ने दो भाजपा कार्यकर्ताओं और ड्राइवर को पीट-पीट कर मार दिया। एक पत्रकार भी मारा गया था।
प्रकरण
क्यों हुई योगेंद्र यादव के खिलाफ कार्रवाई?
बता दें कि योंगेंद्र यादव गत 12 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए चार किसानों और एक पत्रकार की श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए थे।
इसके बाद उन्होंने हिंसा में मारे गए भाजपा कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के घर जाकर उनके परिजनों से भी मुलाकात की थी।
इस दौरान उन्होंने उनके परिवार के प्रति संवेदना भी जताई थी। इसको लेकर उन्होंने एक ट्वीट भी किया था। जिसमें परिजनों से मुलाकात की फोटो भी शेयर की थी।
स्पष्ट
योगेंद्र यादव ने मुलाकात के बाद स्पष्ट किए थे विचार
योगेंद्र यादव ने ट्वीट के साथ लिखा था, 'शहीद किसानों की श्रद्धांजलि सभा से वापसी में भाजपा कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के घर गए। परिवार ने हम पर गुस्सा नहीं किया। बस दुखी मन से सवाल पूछे: क्या हम किसान नहीं? हमारे बेटे का क्या कसूर था? आपके साथी ने एक्शन रिएक्शन वाली बात क्यों कही? उनके सवाल कान में गूंज रहे हैं।
इस ट्वीट के बाद कई किसान संगठनों ने यादव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
बैठक
SKM ने मामले को लेकर बुलाई थी बैठक
किसान संगठनों की मांग पर SKM ने गुरुवार को आंतरिक बैठक बुलाई थी। जिसमें योगेंद्र यादव को एक महीने के लिए संगठन से निलंबित करने का निर्णय किया गया है।
कहा जा रहा है कि SKM ने उनसे मांफी मांगने को कहा था, लेकिन उन्होंने कहा कि विरोधियों के दुख में हिस्सा लेना मानवता और भारतीय संस्कृति के अनुरूप है। उनकी समझ कि इससे आंदोलन कमजोर नहीं होता, बल्कि मानवीय भावनाओं की सार्वजनिक अभिव्यक्ति से मजबूत होता है।
बयान
SKM के निर्णय का सम्मान करता हूं- यादव
SKM की कार्रवाई पर योगेंद्र यादव ने बयान जारी किया है। उन्होंने कहा, "मैं SKM के सामूहिक निर्णय लेने की प्रक्रिया का सम्मान करता हूं और मुझे दी गई सजा को सहर्ष स्वीकार करता हूं। मैं इस ऐतिहासिक किसान आंदोलन की सफलता के लिए पहले से कहीं अधिक लगन से काम करना जारी रखूंगा।"
उन्होंने भाजपा कार्यकर्ता के परिवार से मिलने का फैसला करने से पहले संगठन से बात नहीं करने को लेकर साथी नेताओं से माफी भी मांगी है।