विकास दुबे की गिरफ्तारी से जुड़ी कई कहानियां आईं सामने, विपक्ष ने मांगी सफाई
हरियाणा के फरीदाबाद से मध्य प्रदेश के उज्जैन तक पहुंचने और वहां पुलिसकर्मियों के हत्थे चढ़ने तक विकास दुबे से जुड़ी कई कहानियां मीडिया के सामने आ रही है। विकास दुबे को आज सुबह उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया था। कथित तौर पर वह एक शराब व्यापारी की मदद से उज्जैन पहुंचा था, जहां मंदिर के सुरक्षा गार्ड ने उसकी पहचान की। हालांकि, इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है।
सुबह लगभग 7 बजे महाकाल मंदिर पहुंचा था अपराधी विकास
उज्जैन के महाकाल मंदिर के गार्ड ने बताया कि एक आदमी सुबह लगभग 7 बजे मंदिर के पिछले दरवाजे से दर्शन करने की कोशिश कर रहा था। बाद में उसे पता चला कि वह विकास दुबे है। वहीं कई सूत्रों ने बताया कि खुद विकास दुबे ने गार्ड को अपना परिचय देते हुए पुलिस को सूचना देने को कहा था। सूचना मिलने के बाद पुलिस वहां पहुंची और उसे गिरफ्तार कर थाने लेकर गई।
विपक्ष ने सरकार पर दागे सवाल
विकास की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस और समाजवादी पार्टी समेत विपक्षी दलों ने कुछ सवाल पूछे हैं। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार इस बात की जानकारी दें कि विकास दुबे को गिरफ्तार किया गया है या उसने आत्मसमर्पण किया है। साथ ही उन्होंने सरकार से कॉल डिटेल को सार्वजनिक करने की मांग की ताकि सच्चाई का पता चल सके। वहीं कांग्रेस का कहना है यह सब एक सुनियोजित तरीके से किया गया था।
दो घंटे तक मंदिर परिसर में घूम रहा था विकास
न्यूज18 ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि पुलिस के हत्थे चढ़ने से पहले विकास लगभग दो घंटे तक मंदिर परिसर में घूम रहा था। मंदिर के बाहर उसे सबसे पहले एक फूल बेचने वाले ने देखा था, जब वह मास्क उतारकर उससे सामान खरीद रहा था। इसके बाद फूल विक्रेता ने सिक्योरिटी गार्ड को इसकी जानकारी दी। मंदिर में रहने के दौरान गार्ड लगातार उसकी गतिविधियों पर नजर बनाए हुए था।
विकास ने किया था मंदिर से भागने का प्रयास
मंदिर के बाहर सुरक्षा चौकी पर तैनात किए गए गार्ड ने दावा किया कि विकास ने उन्हें गलत जानकारी देकर गुमराह करने का प्रयास किया था। विकास ने उन्हें बताया कि वह ग्वालियर से मंदिर में दर्शन करने के लिए आया था। गार्ड ने कहा कि जब उन्होंने पूछताछ की तो विकास ने उनके साथ बदसलूकी की और वहां से भागने का प्रयास किया, लेकिन वहां मौजूद कर्मचारियों ने उसे पकड़ लिया और नजदीकी पुलिस चौकी को इसकी जानकारी दी।
"मैं विकास दुबे हूं, कानपुर वाला"
जब उसे पुलिस चौकी लाया गया तो उसने अपना नाम विकास दुबे बताया। मीडिया के सामने आए एक वीडियो में जब उसे पुलिस पकड़कर ले जा रही होती है तो वह चिल्लाकर 'मैं हू विकास दुबे, कानपुर वाला' कहता है।
VIP दर्शन की पर्ची के साथ मंदिर पहुंचा था विकास
मंदिर के सिक्योरिटी गार्ड लखन यादव ने पत्रकारों को बताया कि उसने विकास दुबे की तस्वीरें देखी थी। उसे मंदिर में देखकर उस पर शक हो गया था। उन्होंने आगे कहा कि सिक्योरिटी टीम ने लगभग दो घंटे तक CCTV के जरिये उस पर नजर रखी और बाद में पकड़ लिया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई थी। उन्होंने कहा कि उसके पास 250 रुपये वाली VIP दर्शन की पर्ची भी थी।
शराब व्यापारी की भी हुई गिरफ्तारी
इससे पहले गुरुवार को मध्य प्रदेश पुलिस ने सुरेश और बिट्टू नाम के दो लोगों को गिरफ्तार किया था। इन दोनों पर आरोप है कि ये लखनऊ के मनोज दुबे के नाम पर रजिस्टर एक कार में विकास दुबे के साथ सफर कर रहे थे। पुलिस ने उज्जैन के देवास गेट इलाके से यह कार बरामद कर ली है। साथ ही पुलिस ने उज्जैन से एक शराब व्यापारी को गिरफ्तार किया है, जिसने विकास को मध्य प्रदेश पहुंचाया था।
पुलिस पर हमले का मुख्य आरोपी है विकास
शातिर अपराधी विकास दुबे हिस्ट्रीशीटर है और उसके खिलाफ 60 से ज्यादा मुकदमे दर्ज है। इसके साथ ही वह हाल ही में उसे पकड़ने गई पुलिस टीम पर हुए हमले का मुख्य आरोपी है। इस हमले में एक DSP समेत आठ पुलिसकर्मियों की मौत हुई थी। घटना के बाद से वह फरार था। विकास दुबे 2001 में पहली बार उस समय चर्चा में आया जब उसने थाने में घुसकर भाजपा के एक दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री की हत्या कर दी थी।