कोरोना वायरस: गृह मंत्रालय का स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला करने वालों पर सख्त कार्रवाई का आदेश
पिछले कुछ दिनों में कोरोना वायरस से संबंधित स्वास्थ्य कर्मचारियों पर हमले के मामले सामने आने के बाद गृह मंत्रालय ने राज्यों को स्वास्थ्य कर्मचारियों पर हमला करने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है। इसके अलावा राज्यों को स्वास्थ्य कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को भी कहा गया है। गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलीला श्रीवास्तव ने शुक्रवार को कोरोना वायरस से संबंधित प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये जानकारी दी।
इंदौर में जांच के लिए पहुंचे स्वास्थ्यकर्मियों पर भीड़ ने बरसाए थे पत्थर
लॉकडाउन के दौरान देश के कई हिस्सों से स्वास्थ्य कर्मचारियों पर हमले की खबरें आई हैं। गुरूवार को मध्य प्रदेश के इंदौर में एक संदिग्ध मरीज की जांच करने पहुंचे स्वास्थ्यकर्मियों पर भीड़ ने हमला किया था और पत्थर बरसाए थे। टाट पट्टी बाखल इलाके की इस घटना में दो महिला स्वास्थ्य कर्मचारी घायल हुई थीं। मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले इंदौर के ही रानीपुरा इलाके में स्वास्थ्यकर्मियों के साथ बदसलूकी की गई थी।
हैदराबाद में मरीज की मौत के बाद बेटों ने की थी डॉक्टर से मारपीट
इससे पहले हैदराबाद के गांधी अस्पताल में कोरोना वायरस से संक्रमित एक मरीज की मौत के बाद आइसोलेशन में रह रहे उसके दो बेटों ने एक जूनियर डॉक्टर के साथ मारपीट की थी। मरीज एक हफ्ते से अस्पताल में भर्ती था और उसकी मौत के बाद उसके बेटों ने डॉक्टरों को इसका जिम्मेदार ठहराते हुए मारपीट की थी। पुलिस ने इन दोनों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। अन्य इलाके से भी स्वास्थ्यकर्मियों के साथ बदसलूकी की खबरे आई हैं।
क्वारंटाइन किए गए तबलीगियों पर बिना पैंट घूमने का आरोप
इसके अलावा क्वारंटाइन में रखे गए तबलीगी जमात के सदस्यों पर भी मेडिकल स्टाफ से बदसलूकी करने के आरोप लगे हैं। गाजियाबाद के MMG अस्पताल ने तबलीगी जमात के सदस्यों पर नर्सों पर भद्दी टिप्पणियां करने और बिना पैंट घूमने के आरोप लगाए हैं। इन आरोपों के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाने का आदेश दिया है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें मानवता का दुश्मन बताया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने जताई हमलों पर चिंता
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन इन घटनाओं पर चिंता जाहिर करते हुए लोगों से ऐसा न करने की अपील कर चुके हैं। शुक्रवार को बयान जारी करते हुए उन्होंने कहा, "स्वास्थ्यकर्मियों के प्रशंनीय कार्य में रोड़ा अटकाना कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज में बाधा उत्पन्न करेगा और इस संकट से पार पाने में देरी होगी। देरी से न केवल मरीजों का दर्द बढ़ेगा बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी नुकसान पहुंचेगा।"
"मानवता की सेवा कर रहे हैं डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी"
हर्षवर्धन ने अपने बयान में आगे कहा, "ये डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी केवल मरीजों की सेवा नहीं कर रहे, बल्कि मानवता की सेवा कर रहे हैं और नुकसान को कम से कम करने की कोशिश में जुटे हैं। मैं उन्हें बिना किसी डर के काम करने देने और अपना कर्तव्य निभाने देने की अपील करता हू्ं।" हर्षवर्धन की इस अपील के बाद अब गृह मंत्रालय ने स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला करने वालों पर सख्त कार्रवाई का आदेश दिया है।
भारत में 2,547 मामले, 62 की मौत
बता दें कि पूरे भारत में अब तक कोरोना वायरस के 2,547 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 62 लोगों को इसके कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। वहीं 163 लोग सफल इलाज के बाद अपने घर जा चुके हैं।