अमित शाह ने NSG सुरक्षा लेने से किया इनकार, जारी रखेंगे CRPF की जेड-प्लस सुरक्षा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) की सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया है और वह केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की सुरक्षा में ही रहेंगे। भारतीय जनता पार्टी के दोबारा सत्ता में वापसी पर शाह के गृह मंत्री बनने के बाद हुई बैठक में उन्हें NSG सुरक्षा देने का फैसला लिया गया था। लेकिन शाह ने NSG सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया और कहा कि वह CRPF की सुरक्षा ही जारी रखेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी के बाद आतंकियों से सबसे ज्यादा खतरा
मामले की जानकारी रखने वाले गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने गोपनीयता की शर्त पर 'हिंदुस्तान टाइम्स' को बताया कि मई में VIP सुरक्षा मूल्यांकन समिति ने शाह की सुरक्षा को लेकर बैठक की थी। ये समिति खुफिया एजेंसियों की जानकारियों के आधार पर किसी VIP को खतरे का मूल्यांकन करती है। शाह के मामले में समिति ने पाया कि प्रधानमंत्री मोदी के बाद उन्हें आतंकवादी संगठनों से सबसे ज्यादा खतरा है।
CRPF की सुरक्षा से संतुष्ट हैं अमित शाह
मूल्यांकन समिति ने अमित शाह को NSG सुरक्षा दिए जाने की सिफारिश की। लेकिन जब शाह ने उनकी पसंद के बारे में पूछा गया तो उन्होंने NSG सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया और कहा कि वह CRPF की सुरक्षा से संतुष्ट हैं।
2014 से ही अमित शाह को सुरक्षा प्रदान कर रही है CRPF
बता दें कि CRPF 2014 से ही अमित शाह को सुरक्षा प्रदान कर रही है। शाह के पास CRPF की जेड-प्लस स्तर की सुरक्षा है जो उच्चतम होती है। तीन शिफ्ट में काम करते हुए CRPF के 100 कमांडोज दिन-रात उनकी हिफाजत करते हैं। CRPF उनके घर और कार्यालय की सुरक्षा भी करती है। यात्राओं के दौरान शाह की सुरक्षा का जिम्मा भी CRPF के पास है और वह उसी के हेलीकॉप्टर में सफर करते हैं।
CRPF की सुरक्षा में रहने वाले पहले गृह मंत्री हैं अमित शाह
अमित शाह हालिया समय में पहले ऐसे केंद्रीय गृह मंत्री हैं जिनके पास CRPF की सुरक्षा है। उनसे पहले मोदी सरकार के पहले कार्यकाम में गृह मंत्री रहे राजनाथ सिंह के पास NSG की जेड-प्लस सुरक्षा थी। वहीं, पी चिदंबरम को भले ही जेड-प्लस सुरक्षा मिली हुई थी, लेकिन वह ज्यादातर बिना सुरक्षा के ही सफर करते थे। UPA राज के अन्य दो गृह मंत्रियों सुशील कुमार शिंदे और शिवराज सिंह पाटिल के पास भी NSG सुरक्षा थी।