हरियाणा में सरकारी डॉक्टरों की हड़ताल, इमरजेंसी और OPD ठप होने से मरीज बेहाल
क्या है खबर?
हरियाणा में गुरुवार को सरकारी अस्पताल में तैनात डॉक्टर हड़ताल पर चले गए। इससे सभी जगह स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई है और मरीज बेहाल हैं।
प्रदेश भर के 3,000 से अधिक डॉक्टर सुबह 8 बजे से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए हैं। अस्पतालों में न तो इमजेंसी चल रही है और न ही बाह्य रोगी विभाग (OPD) में मरीज देखे जा रहे हैं।
पोस्टमॉर्टम भी बंद कर दिया गया है और गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी भी प्रभावित हो रही है।
मांगें
डॉक्टर क्यों कर रहे हैं हड़ताल?
डॉक्टरों की मांग है कि सरकारी सेवा में रहते हुए कोई डॉक्टर परास्नातक करना चाहता है तो 1-1 करोड़ रुपये के 2 बॉन्ड न भराकर पहले की तरह 50-50 लाख रुपये लिए जाएं।
वरिष्ठ मेडिकल अधिकारी (SMO) की सीधी भर्ती न करके उनकी जगह डॉक्टरों की पदोन्नति की जाए और डॉक्टरों के विशेषज्ञ कैडर का गठन हो।
साथ ही वर्तमान में 5, 10, 15 साल की सेवा का अश्योर करियर प्रोग्रेशन (ACP) बदलकर 4, 9 और 13 साल किया जाए।
व्यवस्था
मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों को बुलाया गया
दैनिक भास्कर के मुताबिक, डॉक्टरों की हड़ताल से बिगड़ते हालात को देखते हुए राज्य सरकार ने मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों को सरकारी अस्पतालों में बुलाया है।
इसके अलावा मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव ने 12 बजे हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन के साथ चंडीगढ़ में बैठक बुलाई है।
हड़ताल की वजह से अस्पतालों में पहुंचे मरीजों को निराश होकर लौटना पड़ा। कुछ गंभीर मरीज मजबूरी में निजी अस्पतालों में भर्ती हुए हैं। भर्ती मरीजों को भी देखा नहीं जा रहा।