असल ज़िन्दगी के वीर-ज़ारा: प्रेमिका से मिलने पंहुचा पाकिस्तान, 6 साल की सजा काटकर लौटेगा भारत
क्या है खबर?
पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक हामिद अंसारी आज भारत लौटेंगे।
छह साल पहले उन्हें जासूसी और फर्जी दस्तावेज रखने के आरोप में पाकिस्तान में गिरफ्तार किया गया था।
साल 2015 में पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने फर्जी पहचान-पत्र रखने के मामले में अंसारी को तीन साल की सजा सुनाई थी।
16 दिसंबर को उनकी सजा की अवधि पूरी हो गई थी। पेशावर हाईकोर्ट ने अंसारी को यात्रा से जुड़े दस्तावेज जल्द मुहैया कराने का आदेश दिया है।
जानकारी
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने दी जानकारी
मुंबई निवासी अंसारी को पेशावर केंद्रीय कारागर में रखा गया था। अंसारी को सोमवार को पाकिस्तानी जेल से रिहाई मिली।
भारत ने पाकिस्तान से कई बार अंसारी की रिहाई के लिए बातचीत की थी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि उन्हें पाकिस्तान की तरफ से नोट मिला है कि वे अंसारी को मंगलवार को रिहा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह राहत की बात है। पाकिस्तान की जेल में एक असैन्य भारतीय की कैद खत्म हो रही है।
वजह
फेसबुक पर बनी दोस्त से मिलने पाकिस्तान गए थे अंसारी
फेसबुक पर अंसारी की दोस्ती पाकिस्तान के कोहाट की रहने वाली एक लड़की से हुई थी। वे उसी से मिलने पाकिस्तान गए थे।
उन्होंने पाकिस्तान जाने के लिए कई बार वीजा लेने की कोशिश की, लेकिन उन्हें वीजा नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने कोहाट के स्थानीय लोगों से संपर्क किया।
4 नवंबर, 2012 को अंसारी अफगानिस्तान होते हुए पाकिस्तान पहुंचे।
पाकिस्तान में उन्होंने फर्जी दस्तावेज के आधार पर कमरा लिया। इसके घंटे भर भीतर ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
नौकरी
पाकिस्तान जाने से कुछ दिन पहले शुरू की थी प्रोफेसर की नौकरी
पाकिस्तान जाने के लिए घर छोड़ने से कुछ दिन पहले अंसारी ने मुंबई के एक कॉलेज में नौकरी शुरू की थी।
उनके पास इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट साइंस की डिग्री है।
उनकी मां फौजिया अंसारी मुंबई में प्रोफेसर और उनके पिता बैंकर हैं।
उनकी मां ने बताया कि अंसारी को अफगानिस्तान में एयरपोर्ट पर मैनेजर की नौकरी मिली थी, लेकिन परिवार ने सुरक्षा कारणों की वजह से उन्हें वहां जाने से मना कर दिया था।
कोशिश
अंसारी की मां ने किया सुषमा स्वराज का धन्यवाद
भारत ने अंसारी की रिहाई पर खुशी जताई है। अंसारी की रिहाई के लिए भारत लगातार पाकिस्तान पर दवाब बना रहा था।
भारत की तरफ से अंसारी तक राजनयिक पहुंच लेने के लिए 96 बार 'नोट वरबल्स' (राजनयिक तौर पर संवाद) जारी किए गए थे।
अंसारी की रिहाई के बाद उनकी मां ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का आभार जताया है।
भारत ने पिछले हफ्ते कई स्तरों पर अंसारी की रिहाई और उन्हें जल्द भारत भेजने की मांग की थी।