गुजरात: बीते एक सप्ताह में तीन गुना बढ़ी कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या
देश में गुजरात कोरोना वायरस (COVID-19) महामारी का नया हॉटस्पॉट बनकर उभर रहा है। बीते एक सप्ताह में यहां कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए लोगों की संख्या तीन गुना हो गई है। 15 अप्रैल को यहां 766 मामले थे, जो 22 अप्रैल को बढ़कर 2,407 हो गए। वहीं अगर पूरे देश की बात की जाए तो 8 दिनों में मामले दोगुना हुए हैं। भारत में 10,000 से 20,000 मामले पहुंचने में आठ दिन का समय लगा है।
गुजरात में एक सप्ताह में 67 मौतें
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, 15-22 अप्रैल के दौरान गुजरात में संक्रमितों की मौत की संख्या भी तीन गुना बढ़ी थी। 15 अप्रैल तक गुजरात में कोरोना वायरस के कारण हुई मौतों की संख्या 36 थी, जो अगले एक सप्ताह में बढकर 103 हो गई। यानी सात दिनों में 67 लोगों की मौत हुई है। सबसे ज्यादा मौतों के मामले में केवल महाराष्ट्र गुजरात से आगे है, जहां महामारी के कारण 270 लोगों की मौत हुई है।
संक्रमितों की संख्या में गुजरात देश में दूसरे नंबर पर
बुधवार को देश में 1,273 नए मामले सामने आए, जिनमें से 80 प्रतिशत यानी 1,073 अकेले महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से आए। बुधवार को महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 431 मामले सामने आए, जिसके बाद यहां संक्रमितों की कुल संख्या 5,649 हो गई है। यह देश के कुल मामलों का एक चौथाई है। पिछले चार दिनों में यहां 2,000 लोग संक्रमित मिले हैं। महाराष्ट्र के बाद संक्रमितों की संख्या में गुजरात दूसरे नंबर पर है।
देश में 21,000 से ज्यादा लोग संक्रमित
गुजरात में बुधवार को सामने आए 229 मामलों के साथ संक्रमितों की कुल संख्या 2,407 पहुंच गई है। इनमें से 179 अस्पतालों से ठीक होकर घर जा चुके हैं, 2,228 लोगों का इलाज जारी है और 103 की मौत हुई है। अगर पूरे देश की बात करें तो 23 अप्रैल सुबह तक कुल 21,393 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इनमें से 4,257 लोग ठीक हो चुके हैं और मरने वालों की संख्या 681 है।
देश में आठ दिनों में 10,000 से 20,000 हुए मामले
पिछले कुछ दिनों में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बावजूद भारत में इसके फैलने की दर लगातार कम हो रही है। देश में कोरोना वायरस के मामलों को 10,000 से 20,000 पहुंचने में आठ दिन लगे हैं। मामले दोगुने होने की यह दर कई अन्य देशों से बेहतर है जहां तीन से चार दिन में मामले दोगुने हो रहे हैं। इसके अलावा भारत को एक से 600 मौतों तक पहुंचने में भी अन्य देशों से अधिक समय लगा है।
देश में ऐसे बढ़ी संक्रमितों की संख्या
देश में 14 अप्रैल को कोरोना वायरस के मामले 10,000 से ऊपर गए थे और 22 मार्च को ये 20,000 के पार हुए। 14 अप्रैल को मौतों की संख्या 339 थी जो आठ दिनों में लगभग दोगुनी हुई।