गुजरात: कोरोना वायरस को लेकर राज्य सरकार की खिंचाई करने वाली हाई कोर्ट बेंच में फेरबदल
क्या है खबर?
कोरोना वायरस को संभालने के तरीके के लिए गुजरात सरकार की सख्त आलोचना करने वाली गुजरात हाई कोर्ट की बेंच को बदल दिया गया है।
पहले जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस इलेश जे वोरा कोरोना वायरस से संबंधित मामलों की सुनवाई कर रहे थे, अब जस्टिस वोरा की जगह मुख्य न्यायाधीश विक्रम नाथ इस मामले की सुनवाई करेंगे।
मुख्य न्यायाधीश के आने से जस्टिस पारदीवाला भी बेंच में जूनियर जज की हैसियत से शामिल होंगे।
पृष्ठभूमि
प्रवासी मजदूरों और कोरोना वायरस से संबंधित मामलों पर सुनवाई कर रही थी बेंच
कोरोना वायरस के कारण कोर्ट के कामकाज में व्यधान पड़ने के बाद 20 अप्रैल से ही हर हफ्ते दो जजों की एक बेंच हफ्ते के पांच दिन सुनवाई कर रही है। 11 मई से जस्टिस पारदीवाला और जस्टिस वोरा की दो सदस्यीय बेंच मामलों की सुनवाई कर रही थी।
11 मई को इस बेंच ने गुजरात में प्रवासी मजदूरों के मामले का स्वत: संज्ञान लिया और कोरोना वायरस से संबंधित अन्य सभी याचिकाओं को भी इसी मामले में जोड़ लिया।
टिप्पणी
बेंच ने अहमदाबाद सिविल अस्पताल को बताया था काल कोठरी से भी बदतर
जस्टिस पारदरीवाला और जस्टिस वोरा की बेंच ने 22 मई को वरिष्ठ अधिकारियों और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री नितिन पटेल को जमकर फटकार लगाई थी।
अहमदाबाद सिविल अस्पताल में दयनीय स्थिति पर सवाल उठाते हुए कोर्ट ने इसे 'काल कोठरी से भी बदतर' करार दिया था।
सरकार से सवाल करते हुए कोर्ट ने पूछा था कि क्या उसे पता है कि अस्पताल में वेंटीलेटर्स की कमी के कारण मृत्यु दर अधिक है।
सुनवाई
बेंच ने सरकार को क्लीन चिट देने से किया इनकार
हाई कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ राज्य सरकार ने 25 मई को बेंच के सामने तत्काल प्राथमिकता पर एक आवेदन दाखिल किया। मुख्य न्यायाधीश विक्रम सेठ द्वारा समर्थित इस आवेदन में कहा गया था कि सविल अस्पताल की स्थिति उतनी दयनीय नहीं है जितनी हाई कोर्ट ने अपने आदेश में दिखाई है।
हालांकि जस्टिस पारदीवाला की बेंच ने सरकार को क्लीन चिट देने से इनकार कर दिया और कहा कि वे किसी सुबह अस्पताल जाकर खुद जायजा लेंगे।
बदलाव
आज भी बेंच को करनी थी सुनवाई
बेंच ने अहमदाबाद में 22 बड़ी समस्याओं के बारे में बताने वाले एक मेडिकल अधिकारी की अनाम रिपोर्ट और अस्पताल के एक रेजिडेंट डॉक्टर की अनाम रिपोर्ट को भी अपने रिकॉर्ड में शामिल किया।
आज भी बेंच को इस मामले पर सुनवाई करनी थी, लेकिन इससे पहले ही बेंच में बदलाव कर दिया गया।
अब से मुख्य न्यायाधीश विक्रम नाथ और जस्टिस पारदीवाला मामले की सुनवाई करेंगे। जस्टिस आरएम छाया के साथ जस्टिस बोरा की अलग बेंच बनाई गई है।
स्थिति
गुजरात में क्या है कोरोना वायरस की स्थिति?
बता दें कि गुजरात देश का कोरोना वायरस से चौथा सबसे अधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है। यहां अभी तक 15,562 लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जा चुका है, जिनमें से 960 की मौत हुई है।
राज्य की मृत्यु दर 6.1 प्रतिशत से अधिक है और ये 2.8 प्रतिशत की राष्ट्रीय औसत के दोगुने से भी अधिक है।
राज्य की कुल मौतों में से 377 (लगभग 45 प्रतिशत) केवल अहमदाबाद सिविल अस्पताल में हुई हैं।