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सांसद से कैदी नंबर 15528 तक: प्रज्वल रेवन्ना की जेल में कैसे गुजरेगी जिंदगी?
प्रज्वल रेवन्ना को बलात्कार के मामले में उम्रकैद की सजा हुई है

सांसद से कैदी नंबर 15528 तक: प्रज्वल रेवन्ना की जेल में कैसे गुजरेगी जिंदगी?

Aug 04, 2025
05:45 pm

क्या है खबर?

कर्नाटक के हासन से पूर्व सांसद और जनता दल सेक्युलर (JDS) के नेता प्रज्वल रेवन्ना को कोर्ट ने बलात्कार और यौन उत्पीड़न के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई है। उन पर 10 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है। सजा सुनाए जाने के बाद उन्हें बेंगलुरु के परप्पना अग्रहारा केंद्रीय कारागार में भेज दिया गया है, जहां उनकी नई पहचान कैदी संख्या 15528 के रूप में होगी। ऐसे में आइए जानते हैं प्रज्वल की जेल में जिंदगी कैसे गुजरेगी।

प्रकरण

क्या है पूरा मामला?

पिछले साल प्रज्वल के फार्महाउस में काम करने वाली 47 साल की एक महिला ने प्रज्वल के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कराया था। महिला ने कहा था कि प्रज्वल ने 2021 से लेकर कई बार उसके साथ बलात्कार किया था। महिला ने यह भी कहा था कि प्रज्वल ने उसके वीडियो भी बनाए थे और धमकी दी थी कि किसी को बताया तो ये वीडियो लीक कर देगा। 14 महीने चली जांच के बाद प्रज्वल को सजा हुई है।

कार्य

जेल में क्या काम करेंगे प्रज्वल?

एक वरिष्ठ जेल अधिकारी ने TOI से कहा कि नए कैदियों को सिलाई या बेकरी में सहायता जैसे अकुशल कार्यों से शुरुआत करनी होती है। एक साल बाद उन्हें उपयुक्त पाया जाता है, तो उन्हें बुनाई या लोहार जैसे कुशल कार्यों में लगाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि प्रज्वल का कार्य आवंटन सोमवार से शुरू हो गया है। जेल नियमों के तहत, कठोर कारावास की सजा पाए दोषियों को चिकित्सा कारणों से छूट मिलने तक श्रम करना अनिवार्य है।

वेतन

प्रज्वल को जेल में किए गए कार्य का कितना मिलेगा वेतन?

जेल श्रमिकों का काम करने का वेतन 540 रुपये महीना दिया जाता है। इसमें उन्हें रोजाना 8 घंटे काम करना होता है। उन्हें सप्ताह में एक दिन काम से छुट्टी भी मिलती है। इस तरह प्रज्वल को अब हर महीने 540 रुपये मिलेंगे, जबकि वह सांसद के रूप में 1.20 लाख रुपये वेतन उठा रहे थे। हालांकि, कर्नाटक की जेलों में कार्यरत 1,500 कैदियों को एक साल से वेतन नहीं मिला है। कुल बकाया राशि 3 करोड़ रुपये है।

दिनचर्या

जेल में कैसी होगी प्रज्वल की दिनचर्या?

प्रज्वल को जेल में रोजना अन्य कैदियों के साथ सुबह 6:30 बजे उठना होगा। उसके बाद नाश्ता मिलेगा। नाश्ते का मेनू पूरे सप्ताह के हर दिन अलग-अलग होगा। दोपहर और रात के खाने में आमतौर पर चपाती, रागी बॉल्स, चावल, सांभर और छाछ आदि शामिल होगी। मंगलवार को अंडे, शुक्रवार और शनिवार को मांसाहारी भोजन मिलेगा। इसके अलावा, हर सप्ताह दो बार 10 मिनट की फोन कॉल की अनुमति होगी और सप्ताह एक बार परिवार से मिलने की अनुमति होगी।

निगरानी

उच्च सुरक्षा वाली कोठरी में रहेंगे प्रज्वल

मामले की हाई-प्रोफाइल प्रकृति को देखते हुए प्रज्वल को कड़ी निगरानी वाली एक उच्च सुरक्षा वाली कोठरी में रखा गया है। उन्हें मानक अपराधी वर्दी पहननी होगी और जेल के सभी नियमों का पालन करना होगा। जेल अधिकारियों के अनुसार, प्रज्वल सलाखों के पीछे अपनी पहली रात में काफी परेशान रहे। मेडिकल जांच के दौरान वह रो पड़े और सजा पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने फैसले को चुनौती देते हुए कर्नाटक उच्च न्यायालय में अपील दायर की है।