भारत ने चीन को दिया कड़ा जवाब, प्रधानमंत्री मोदी की अरुणाचल यात्रा पर जताई थी आपत्ति
केंद्र सरकार ने मंगलवार को चीन की उन टिप्पणियों का जवाब दिया, जो उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अरुणाचल प्रदेश दौरे पर आपत्ति जताते हुए की थीं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने एक्स पर साझा एक बयान में कहा, 'हम प्रधानमंत्री की अरुणाचल प्रदेश यात्रा के संबंध में चीनी पक्ष द्वारा की गई टिप्पणियों को खारिज करते हैं। भारतीय नेता समय-समय पर अरुणाचल प्रदेश का दौरा करते हैं, जैसे वे भारत के अन्य राज्यों का दौरा करते हैं।'
भारत ने आगे क्या कहा?
जयसवाल ने बयान में कहा, 'ऐसी यात्राओं या भारत की विकासात्मक परियोजनाओं पर आपत्ति करना उचित नहीं है। इसके अलावा, यह वास्तविकता को नहीं बदलेगा कि अरुणाचल प्रदेश राज्य भारत का एक अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा। चीनी पक्ष को कई अवसरों पर इस सुसंगत स्थिति से अवगत कराया गया है।' बता दें, प्रधानमंत्री मोदी ने 9 मार्च को अरुणाचल प्रदेश का दौरा कर दुनिया की सबसे लंबी ट्विन-लेन सेला सुरंग का उद्घाटन किया था।
चीन ने क्या कहा था?
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी की अरुणाचल यात्रा को लेकर पूछे गए एक प्रश्न का जवाब देते हुए कहा था कि चीनी सरकार ने भारत द्वारा अवैध रूप से स्थापित तथाकथित अरुणाचल प्रदेश को कभी मान्यता नहीं दी है और वह इसका दृढ़ता से विरोध करती है। वांग ने कहा था कि ज़ंगनान का क्षेत्र चीनी क्षेत्र है, भारत के प्रासंगिक कदम केवल सीमा प्रश्न को जटिल बनाएंगे और रिश्ते बाधित करेंगे।