बेंगलुरू: बुखार और सर्दी-जुकाम के मामलों में वृद्धि, डॉक्टरों ने जताई दूसरी कोरोना लहर की आशंका
क्या है खबर?
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में एक बार फिर से फ्लू, साधारण सर्दी-जुकाम और कफ के मामले बढ़ने लगे हैं और डॉक्टरों ने लोगों से कोरोना वायरस की दूसरी लहर के प्रति सावधान रहने की अपील की है।
उन्होंने तापमान में गिरावट और हालिया बारिश को फ्लू और सर्दी-जुकाम के इन मामलों के लिए जिम्मेदार बताया है, हालांकि कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से ऐसा होने की संभावना को भी उन्होंने खारिज नहीं किया है।
रिपोर्ट
हालिया समय में बढ़ी कोरोना जैसे लक्षणों वाले मरीजों की संख्या
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले कुछ महीनों से खाली चल रहे निजी अस्पतालों के फ्लू क्लिनिक्स में हालिया समय में ऐसे मरीजों की संख्या में वृद्धि देखने को मिली है जिनमें कोरोना से संक्रमण जैसे लक्षण हैं।
डॉक्टरों ने तीन दिन से अधिक बुधार रहने पर लोगों को कोरोना वायरस का टेस्ट कराने की सलाह दी है और खुद से दवा लेने की बजाय डॉक्टर से परामर्श लेने को कहा है।
बयान
पिछले एक हफ्ते में बुखार के मामलों में 10 प्रतिशत इजाफा- डॉक्टर
एक फिजीशियन के तौर पर काम करने वाले डॉ रमन राव ने कहा कि हालिया समय में बुखार के मामलों में 10 प्रतिशत वृद्धि देखने को मिली है।
उन्होंने कहा, "यह पिछले एक हफ्ते में हुआ है। ये कोरोना के मामले नहीं हैं, लेकिन ये अतिरिक्त सावधानी रखने के लिए चेतावनी है। बुखार के जो 30 मामले मैंने देखे, उनमें से दो को कोरोना पॉजिटिव पाया गया।"
उन्होंने कहा कि पिछले साल फरवरी में भी यही स्थिति देखी गई थी।
दूसरी लहर
अन्य डॉक्टरों ने भी जताई दूसरी लहर की आशंका
अन्य डॉक्टर्स ने भी कहा है कि फ्लू और बुखार के मामलों में यह इजाफा कोरोना वायरस की दूसरी लहर का संकेत भी हो सकता है।
हाल ही में अपना फ्लू क्लिनिक खोलने वाले विक्रम अस्पताल के इंटरनल मेडिसन कंसल्टेंट डॉ प्रमोद वी सत्या ने कहा, "हम रोजाना बुखार, कफ और सर्दी-जुकाम के 10-12 मामले देखते हैं। मौसम में बदलाव से कफ और सर्दी-जुकाम जैसे एलर्जी हो सकती है, लेकिन बुखार संक्रमण का लक्षण है। यह इंफ्लूएंजा जैसे लक्षण हैं।"
आशंका
टेस्ट का समय भी अहम, पिछले साल भी हुआ था ऐसा- डॉ सत्या
डॉ सत्या ने कहा कि कोरोना वायरस का टेस्ट किस समय किया जा रहा है, यह भी मायने रखता है। उन्होंने कहा, "हमने बुखार के 10 मामले देखे हैं, लेकिन वे सभी कोरोना नेगेटिव थे। कई मामलों में RT-PCR टेस्ट को 48 घंटे बाद दोबारा किया जाता है। पिछले साल भी यही ट्रेंड देखने को मिला था और यह दूसरी लहर की शुरूआत हो सकती है।"
उन्होंने कोरोना संक्रमण की गंभीरता कम होने की संभावना भी जताई।
जानकारी
अन्य अस्पतालों में भी यही ट्रेंड
शहर के अन्य अस्पतालों में भी यही ट्रेंड दिखाई दिया है। बॉरिंग अस्पताल के प्रोफेसर डॉ सीएन रेड्डी ने कहा, "पिछले हफ्ते में सर्दी-जुकाम और कफ के मरीजों में इजाफा देखने को मिला है। हमने सभी को कोरोना टेस्ट के लिए विक्टोरिया अस्पताल भेजा है।"
मौजूदा स्थिति
बेंगलुरू में क्या है कोरोना वायरस महामारी की स्थिति?
बेंगलुरू में हालिया समय में कोरोना वायरस के मामलों में हल्का उछाल देखने को मिला है और रविवार को यहां 248 नए मामले सामने आए जो कर्नाटक में सामने आए कुल 413 नए मामलों के आधे से अधिक रहे।
शहर में कुल 4,03,762 लोगों को संक्रमित पाया जा चुका है और 4,451 लोगों की इस संक्रमण की वजह से मौत हुई है।
बेंगलुरू नगर निगम ने मामलों में उछाल जारी रहने पर लॉकडाउन लगाने की बात कही है।