मुंबई: हल्के लक्षण वाले कोरोना मरीजों के इलाज के लिए इस्तेमाल किए जाएंगे पांच सितारा होटल
क्या है खबर?
कोरोना वायरस महामारी से बुरी तरह प्रभावित मुंबई में निजी अस्पताल हल्के लक्षणों वाले कोरोना मरीजों का इलाज करने के लिए पांच सितारा होटलों का इस्तेमाल कर सकेंगे।
बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने आज इसका ऐलान करते हुए कहा कि कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए अस्पतालों में जगह बनाने के लिए यह फैसला लिया गया है।
दो निजी होटल आज से ही अस्पतालों के साथ समझौता करके इस दिशा में काम शुरू कर देंगे।
आदेश
होटलों को कोरोना मरीजों के लिए रखने होंगे 20 कमरे
BMC ने अपने आदेश में कहा कि चार और पांच सितारा होटल बड़े निजी अस्पतालों के एक्सटेंशन के तौर पर काम करेंगे और हल्के लक्षणों वाले मरीजों, जिन्हें कम से कम इलाज की जरूरत है, उन्हें इन होटलों में भर्ती कराया जाएगा।
इन होटलों को कोरोना मरीजों के लिए कम से कम 20 कमरे आरक्षित रखने होंगे और डॉक्टरी परामर्श, नर्स, दवाई और एंबुलेंस जैसी सुविधाएं चौबीसों घंटे रखनी होंगी।
डॉक्टर अस्पताल से होटल में ट्रांसफर की मंजूरी देंगे।
शुल्क
एक कमरे का 4,000 रुपये तक शुल्क ले सकेंगे अस्पताल
आदेश के अनुसार, अस्पताल कोरोना मरीजों से होटल के एक कमरे का अधिकतम 4,000 रुपये प्रतिदिन शुल्क ले सकेंगे, वहीं अगर मरीज के साथ कोई रुकता है तो एक कमरे का शुल्क बढ़कर 6,000 रुपये हो जाएगा।
बिना लक्षणों वाले मरीज भी इन होटलों का इस्तेमाल कर सकेंगे।
BMC ने अपने आदेश में कहा, "निजी अस्पतालों और संबंधित होटलों के बीच उचित समझ और बिना व्यवधान के समन्वय होना चाहिए।"
कारण
जरूरतमंद मरीजों के लिए बेड सुनिश्चित करने के लिए जारी किया गया आदेश
BMC ने कहा कि जिन कोरोना मरीजों को सच में बेडों की जरूरत है, उनके लिए अस्पताल में बेड सुनिश्चित करने के लिए ये आदेश जारी किया गया है।
अपने आदेश में उसने कहा, "ऐसा देखा गया है कि निजी अस्पतालों में कई बेड ऐसे मरीजों ने घेर लिए हैं जिन्हें आपातकालीन इलाज की जरूरत नहीं है। इन मरीजों का उचित और प्रभावी तरीके से होटलों में इलाज किया जा सकता है।"
अन्य आदेश
कुछ निजी अस्पतालों को कोविड अस्पताल में बदल चुकी है BMC
इससे पहले BMC ने कोविड बेडों की कमी को खत्म करने के लिए कुछ निजी अस्पतालों को पूरी तरह से कोविड अस्पताल में बदलने का फैसला भी लिया था।
जसलोक अस्पताल इन्हीं अस्पतालों में शामिल है। आदेश के अनुसार, इस अस्पताल में केवल कोरोना के मरीज भर्ती किए जाएंगे और बाकी बीमारियों के जिन मरीजों को एडवांस इलाज की जरूरत होगी, उन्हें 48 घंटे के अंतर पास के ही अस्पतालों में ट्रांसफर कर दिया जाएगा।
नाजुक स्थिति
बढ़ते मामलों के कारण चरमराने लगी है मुंबई की स्वास्थ्य व्यवस्था
बता दें कि कोरोना वायरस के मामलों में रिकॉर्ड तेजी के कारण मुंबई में स्थिति खराब है और शहर की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराने की कगार पर खड़ी है।
ज्यादातर बेड भर गए हैं और अस्पतालों से ऑक्सीजन और दवाइयों की कमी की खबर भी आ रही है। इस भयावह स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने मुंबई के तीन बड़े मैदानों को अस्पताल में बदलने का ऐलान किया है।
सेवल हिल्स अस्पताल में आज 30 नए ICU बेड जोड़े जाएंगे।
कोरोना का कहर
मुंबई में रोजाना आ रहे लगभग 10,000 नए मामले
मुंबई कोरोना वायरस की दूसरी लहर से बुरी तरह प्रभावित हुई है और राज्य में पिछले कई दिन से रोजाना लगभग 9,000-10,000 नए मामले सामने आ रहे हैं। शहर में अभी 87,000 से अधिक सक्रिय मामले हैं और जल्द ही ये संख्या एक लाख के आंकड़े को पार कर सकती है।
मुंबई में अभी तक कुल 5.30 लाख लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जा चुका है और 12,000 से अधिक लोगों की मौत हुई है।