बिहार: फांसी के फंदे पर लटके मिले एक ही परिवार के पांच लोगों के शव
क्या है खबर?
बिहार के सुपौल में गद्दी गांव में सामूहिक आत्महत्या का बड़ा ही हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक घर में परिवार के पांच लोगों के शव फांसी के फंदे से झूलते मिले हैं। इससे इलाके में सनसनी फैल गई।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को उतारकर अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है।
पुलिस का कहना है पृथम दृष्टया मामला आत्महत्या कर लग रहा है, लेकिन फिलहाल मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
प्रकरण
तेज दुर्गन्ध आने पर हुआ घटना का खुलासा
सुपौल पुलिस अधीक्षक (SP) मनोज कुमार ने बताया कि मृतकों में मिश्रीलाल साह (50), उसकी 45 वर्षीय पत्नी, दो बेटी और एक बेटा है।
उन्होंने बताया कि शुक्रवार को मिश्रीलाल के घर से तेज दुर्गन्ध आने पर ग्रामीणों ने गांव के मुखिया को इसकी सूचना दी।
मुखिया ने ग्रामीणों के साथ घर पहुंचकर खिड़की खोली तो उनकी आंखे फटी रह गई। मिश्रीलाल और उसका पूरा परिवार फांसी के फंदे से झूलता दिखाई दिया।
कार्रवाई
पुलिस ने शवों को उतारकर अस्पताल पहुंचाया
SP मनोज ने बताया कि मुखिया की सूचना पर राघोपुर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों की मौजूदगी में घर का दरवाजा खोला। घर से तेज दुर्गन्ध आ रही थी और परिवार के पांचों सदस्य फंदे से झूल रहे थे। इससे सभी ग्रामीण सकते में आ गए।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने सभी शवों को नीचे उतारकर अस्पताल पहुंचाया तथा फोरेंसिक टीम को बुलाकर आवश्यक साक्ष्य जुटाए। मौके पर किसी भी प्रकार का सुसाइड नोट नहीं मिला है।
बयान
परिवार की नहीं थी किसी से कोई दुश्मनी- मुखिया
गांव के मुखिया ने बताया कि मिश्रीलाल के परिवार की आर्थिक हालत बेहद खराब थी। वह मेहनत मजदूरी कर परिवार का पेट पालता था।
उन्होंने बताया कि मिश्रीलाल के परिवार की किसी से कोई दुश्मनी भी नहीं थी। परिवार की हत्या की संभावना कम है। मिश्री लाल का घर पिछले कुछ दिनों से बंद था और घर के सदस्यों को भी किसी ने नहीं देखा था। ऐसे में परिवार के आत्महत्या करने की संभावना नजर आ रही है।
जमीन
मिश्रीलाल ने बेच दी थी पुश्तैनी जमीन- ग्रामीण
पड़ोसियों ने बताया कि मिश्रीलाल और उसका परिवार पिछले दो साल से मेहतन मजदूरी के साथ कोयला बेचकर अपना गुजारा कर रहा था। कोयला बेचने का काम भी लॉकडाउन में बंद हो गया था। आर्थिक तंगी की वजह से मिश्रीलाल साह ने अपनी पुश्तैनी जमीन भी बेच दी थी।
लोगों ने बताया कि हाल में कुछ दिनों से यह परिवार ग्रामीणों से अलग-थलग रहने लग गया था। इस वजह से लोगों ने उनकी खोज-खबर लेनी छोड़ दी थी।
जानकारी
छानबीन में जुटी हुई है पुलिस
SP ने बताया घटना को लेकर पुलिस भी सकते में है। फोरेंसिक जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने का इंतजार किया जा रहा है। उसके बाद ही परिवार की मौत का वास्तविक कारण सामने आ पाएगा।
पुनरावृत्ति
पहले भी कई परिवार कर चुके हैं आत्महत्या
परिवार के सामूहिक आत्महत्या करने का यह पहला मामला नहीं है। साल 2018 में दिल्ली के बुराड़ी में दो एक परिवार के 11 सदस्यों के शव मिले थे।
फरवरी 2020 में दिल्ली के उत्तर-पूर्व के भजनपुरा इलाके में एक घर में एक ही परिवार के पांच लोगों ने आत्महत्या कर ली थी।
नवंबर में पश्चिम बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर जिले में एक ही परिवार के पांच लोगों ने आत्महत्या कर ली थी। इन घटनाओं ने सभी को हिला दिया था।