BHU: नियुक्ति के विरोध के बीच फिरोज खान ने संस्कृत विभाग से दिया इस्तीफा
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) के असिस्टेंट प्रोफेसर फिरोज खान ने संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान (SVDV) फैकल्टी में अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अब वो यूनिवर्सिटी की आर्ट्स फैकल्टी से जुड़ गए हैं, जहां वो संस्कृत पढ़ाएंगे। गौरतलब है कि SVDV विभाग में फिरोज खान की नियुक्ति के खिलाफ विभाग के कई छात्र धरने पर बैठ गए थे। उनका कहना था कि यूनिवर्सिटी में कोई मुस्लिम शिक्षक संस्कृत नहीं पढ़ा सकता। यह प्रदर्शन काफी लंबा चला था।
SVDV के डीन ने की इस्तीफे की पुष्टि
SVDV विभाग के डीन बिंदेश्वरी प्रसाद मिश्रा ने खान के इस्तीफे की पुष्टि करते हुए कहा कि वो अब आर्ट्स फैकल्टी से जुड़ गए हैं। यहां वो संस्कृत पढ़ाएंगे।
नियुक्ति का विरोध देख किया था दूसरे विभागों में आवेदन
फिरोज खान को 5 नवंबर को BHU की SVDV फैकल्टी में सहायक प्रोफेसर नियुक्ति किया गया था। उनकी नियुक्ति के विरोध में छात्रों का एक धड़ा धरने पर बैठ गया, जिस कारण वो क्लास नहीं ले पाए। छात्रों के इस प्रदर्शन को देखते हुए फिरोज खान ने यूनिवर्सिटी के दूसरे विभागों में नौकरी के लिए आवेदन करना शुरू कर दिया था। तब उन्होंने कहा था कि अगर उनका चयन होता है तो वो SVDV से इस्तीफा दे देंगे।
फिरोज खान के पक्ष में था यूनिवर्सिटी प्रशासन
छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बीच यूनिवर्सिटी प्रशासन ने फिरोज खान का समर्थन किया था। BHU वाइस चांसलर राकेश भटनागर ने कहा था कि खान की नियुक्ति नियमों के तहत हुई है और इसमें कुछ गलत नहीं है। वहीं चांसलर न्यायाधीश गिरिधर मालवीय ने कहा था, "छात्रों की मांग गलत है। महामना (BHU के संस्थापक मदन मोहन मालवीय) की सोच बहुत बड़ी थी। अगर वो आज जिंदा होते तो वो अवश्य ही नियुक्ति का समर्थन करते।"
संस्कृत में PhD हैं फिरोज खान
जयपुर निवासी फिरोज खान ने पांचवीं कक्षा से संस्कृत पढ़ना शुरू कर दिया था। उन्होंने संस्कृत में ही MA और PhD की पढ़ाई की। फिरोज के पिता रमजान खान शास्त्री हैं और वो मंदिरों में भक्ति गीत गाते हैं। फिरोज का बचपन हिंदू परंपराओं और संस्कृत को सीखते हुए गुजरा है। फिरोज ने प्रदर्शन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा था कि उन्होंने पूरी उम्र संस्कृत सीखी, लेकिन जब पढ़ाने की बारी आई तो उनका धर्म मुद्दा बन गया।