स्वामी नित्यानंद मामला: जांच कर रही टीम के खिलाफ FIR, बच्चों को पोर्न दिखाने का आरोप
क्या है खबर?
खुद को बाबा कहने वाले स्वामी नित्यानंद के खिलाफ दर्ज रेप और अपहरण के मामले की जांच कर रही टीम के अधिकारियों के खिलाफ POCSO एक्ट में मामला दर्ज किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है।
जांच टीम के अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने प्रकरण की जांच के दौरान अहमदाबाद स्थित आश्रम में बच्चों को कथित तौर पर पोर्न दिखाई और आपत्तिजनक प्रश्न करते हुए उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया है।
शिकायत
नित्यानंद के अनुयायी गिरीश तुरलापती ने दायर की थी याचिका
मामले को लेकर अहमदाबाद के बाहरी इलाके में स्थित हीरापुर गांव स्थित आश्रम सह गुरुकुल में रहने वाले नित्यानंद के अनुयायी गिरीश तुरलापती ने विशेष अदालत में याचिका दायर कर जांच टीम के खिलाफ बच्चों को प्रताड़ित करने की शिकायत की थी।
इसके बाद अदालत ने अहमदाबाद जिले के विवेकानंदनगर पुलिस थाने को जांच टीम के खिलाफ POCSO और साइबर एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज करने का आदेश दिया था।
जानकारी
इनके खिलाफ दर्ज किया गया मामला
मामले में पुलिस की ओर से पुलिस निरीक्षक आरबी राणा, उपाधीक्षक केटी कमारिया, उपाधीक्षक रियाज सरवैया, उपाधीक्षक एसएच शारदा, जिला बाल सुरक्षा अधिकारी दिलीप मेर और CWC अध्यक्ष भावेश पटेल व अन्य सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
आरोप
तुरलापती ने याचिका में लगाए थे यह आरोप
याचिका में तुरलापती ने आरोप लगाया था कि जांच के दौरान विवेकानंदनगर पुलिस थाने के निरीक्षक आरबी राणा सहित पुलिस अधिकारियों और CWC अध्यक्ष और अन्य सदस्यों ने आश्रम के नाबालिगों से आपत्तिजनक प्रश्न किए।
इसके अलावा जांचकर्ताओं ने बच्चों को मानसिक रूप से प्रताड़ित भी किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि जांच टीम ने बच्चियों सहित बच्चों को अश्लील वीडियो दिखाकर छेड्छाड़ करने की कोशिश की और उन्हें भावनात्मक रूप से ब्लैकमेल करने का प्रयास किया।
जांच
पुलिस टीम कर रही है मामले की जांच
अहमदबाद ग्रामीण पुलिस उपाधीक्षक पीडी मनवर ने कहा कि अदालत के आदेश पर जांच अधिकारियों सहित 14 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
इसी थाने में स्वयंभू बाबा नित्यानंद के खिलाफ गत वर्ष नवम्बर में तीन बच्चों के अपहरण एवं गलत तरीके से कैद करने का एक मामला दर्ज किया गया था।
मामले में अभी तक शिकायतर्ता के बयान दर्ज किए गए हैं। अब प्रताड़ित बच्चों के बयान लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
परिचय
कौन है नित्यानंद?
नित्यानंद खुद को संत बताता था और अहमदाबाद में आश्रम चलाता था। 18 नवंबर, 2019 को विवेकानंद नगर थाने में ही उसके खिलाफ महिला के साथ रेप करने और बच्चों को अगवा कर उन्हें श्रद्धालुओं से चंदा लेने के काम पर लगाने का मामला दर्ज किया गया था।
मामला दर्ज होने के बाद वह विदेश फरार हो गया और पुलिस उसकी गिरफ्तारी में जुटी है। गत 22 जनवरी को इंटरनपोल ने गिरफ्तारी के लिए ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया था।
जानकारी
नित्यानंद का नहीं है कोई अता-पता
पिछले कुछ महीनों से नित्यानंद के ठिकाने का कोई पता नहीं है। उसे केवल वीडियो में अजीब दावे करते हुए देखा जा सकता है। कुछ समय पहले खबर आई थी कि उसने अपना नया देश 'कैलाशा' बसा लिया है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो पाई।
दावे
अजीबोगरीब दावे कर चर्चा में रहता था नित्यानंद
रेप के आरोपी स्वामी नित्यानंद का जन्म एक जनवरी, 1978 को तमिलनाड़ु के थिरुनामलाई में हुआ था।
उन्होंने छोटी उम्र में ही संन्यास लेने का दावा किया था। बाद में उन्होंने ध्यानपीठम नाम से अपनी संस्था बनाई।
इन आरोपों से इतर नित्यानंद अजीबोगरीब बयान देने के कारण भी चर्चा में रहता है। कुछ समय पहले उन्होंने दावा किया था कि वो गाय, बंदर और शेर की तमिल और संस्कृत में लोगों से बात करा सकते हैं।