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पंजाब में किसानों के तंबू हटाए जाने पर राकेश टिकैत नाराज, बोले- सरकार का तानाशाही रवैया
पंजाब में किसानों का धरना स्थल हटाने पर राकेश टिकैत नाराज

पंजाब में किसानों के तंबू हटाए जाने पर राकेश टिकैत नाराज, बोले- सरकार का तानाशाही रवैया

लेखन गजेंद्र
Mar 20, 2025
06:25 pm

क्या है खबर?

पंजाब में पिछले एक साल से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर जमे किसानों के तंबू उखाड़ने पर किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने नाराजगी जताई है। उन्होंने मीडिया से कहा, "जिस तरह का रवैया था, जिस तरह तोड़फोड़ करी, उससे लगता है कि ये तानाशाही रवैया है। लोग शांतिपूर्ण तरीके से हट रहे थे। किसी तरह का कोई विरोध नहीं हुआ। पुलिस ने कहा तो लोग वहां से चले गए थे।"

बयान

उत्तर प्रदेश में 21 मार्च को होगा प्रदर्शन

टिकैत ने कहा, "कुछ लोग अपने घर चले गए और कुछ लोगों को जेल भेज दिया गया, लेकिन तोड़फोड़ करना गलत है। आप उनको वैसे ही हटा सकते थे। अगर पंजाब का रास्ता बंद था तो बात करते। अगर केंद्र बात नहीं सुन रही है तो पंजाब के अधिकारियों को बात सुननी चाहिए थी। ये सरकार भूख हड़ताल को नहीं मानती है। पंजाब की जत्थेबंदी जो फैसला लेगी, हम उनके साथ हैं। 21 मार्च को उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन होंगे।"

ट्विटर पोस्ट

पंजाब में पुलिस की कार्रवाई पर क्या बोले राकेश टिकैत?

धरना

AAP सरकार ने क्यों हटाया किसानों का तंबू?

किसान पंजाब-हरियाणा के बॉर्डर पर बीते 13 महीनों से धरने पर थे। इस वजह से स्थानीय लोगों और व्यापारियों को नुकसान हो रहा था। दावा है कि केजरीवाल से उद्योगपतियों ने कहा था कि अगर शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसानों का धरना जारी रहा तो पार्टी को लुधियाना में होने वाले उपचुनाव में वोट नहीं मिलेंगे, क्योंकि इससे कारोबार को भारी नुकसान हो रहा है। बैठक में भी AAP मंत्रियों ने किसानों से नाकेबंदी हटाने की अपील की थी।