INX मीडिया केस: CBI के बाद अब ED ने किया चिदंबरम को गिरफ्तार
क्या है खबर?
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने INX मीडिया केस में कांग्रेस नेता पी चिंदबरम को गिरफ्तार कर लिया है।
बुधवार सुबह ED की एक टीम ने तिहाड़ जेल जाकर उन्हें गिरफ्तार किया, जहां वो INX मीडिया केस से संंबंधित केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) मामले में बंद हैं।
अधिकारियों के अनुसार, चिदंबरम की कस्टडी को लेकर साफ निर्देश नहीं है और तिहाड़ जेल प्रशासन उन्हें ED को सौंपने से पहले कोर्ट के आदेश का इंतजार करेगा।
पूछताछ
गिरफ्तारी से पहले तीन सदस्यीय टीम ने की चिदंबरम से पूछताछ
चिदंबरम की गिरफ्तारी से पहले सुबह ED के उप-निदेशक महेश शर्मा के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम ने उनसे जेल में ही पूछताछ की।
मामले की सुनवाई कर रही स्पेशल CBI कोर्ट के जज अजय कुमार कुहार ने ED को जेल में ही चिदंबरम से पूछताछ करने और जरूरत पड़ने पर गिरफ्तार करने की इजाजत दी थी।
चिदंबरम की न्यायिक हिरासत कल खत्म हो रही है और उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां ED उनकी कस्टडी मांगेगा।
INX मीडिया केस
क्या हैं चिदंबरम पर आरोप?
INX मीडिया केस में चिदंबरम पर पीटर और इंद्राणी मुखर्जी के INX मीडिया समूह को नियमों के विरुद्ध विदेश से 305 करोड़ रुपये का फंड हासिल करने में सहायता करने का आरोप है।
मामला 2007 का है और तब चिदंबरम वित्त मंत्री थे।
INX मीडिया को विदेशी फंड हासिल करने की मंजूरी देने के FIPB के सहमति प्रस्ताव पर चिदंबरम ने हस्ताक्षर किए थे।
उनके बेटे कार्ति चिदंबरम भी इस मामले में जेल जा चुके हैं।
जांच
CBI और ED दोनों में चल रहा चिदंबरम पर मामला
मामले में चिदंबरम पर CBI और प्रवर्तन निदेशालय (ED) में अलग-अलग जांच चल रही हैं।
CBI ने अपने मामले में चिदंबरम को 21 अगस्त को गिरफ्तार किया था और 5 सितंबर तक वह उसकी कस्टडी में रहे।
5 सितंबर से वह न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल में बंद हैं और 17 अक्टूबर को उनकी न्यायिक हिरासत खत्म हो रही है।
वहीं ED ने मनी लॉन्ड्रिंग और विदेशी फंडिंग से संबंधित अपने मामले में चिदंबरम को आज गिरफ्तार किया है।
जानकारी
दो बार चिदंबरम का आत्मसमर्पण करने का प्रस्ताव ठुकरा चुकी है ED
इससे पहले चिदंबरम ने दो बार ED के सामने आत्मसमर्पण करने का प्रस्ताव कोर्ट के सामने रखा था ताकि उन्हें तिहाड़ जेल न जाना पड़े। लेकिन दोनों बार उनके हाथ निराशा लगी और ED ने उनकी कस्टडी की जरूरत होने से इनकार कर दिया।
जमानत याचिकाएं
रिहाई के लिए हर दरवाजा खटखटा रहे हैं चिदंबरम
तिहाड़ जेल जाने के बाद से ही चिदंबरम अपनी रिहाई के लिए हर दरवाजा खटखटा रहे हैं।
उन्होंने दिल्ली हाई कोर्ट में जमानत याचिका भी दायर की थी, जिसे कोर्ट ने ये कहते हुए खारिज कर दिया था कि जमानत पर बाहर रहने के दौरान उनके गवाहों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तरीके से प्रभावित करने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
इसके बाद चिदंबरम ने सुप्रीम कोर्ट में जमानत याचिका दायर की है।