दिल्ली में 50 दिन में दोगुने हो रहे कोरोना मामले, आज से शुरू होगा सीरो सर्वे
क्या है खबर?
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण नियंत्रण में नजर आ रहा है।
बीते कुछ दिनों से यहां रोजाना मिलने वाले नए मरीजों की संख्या जून की तुलना में आधी से भी कम हो गई है।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना के मामले दोगुना होने का समय बढ़कर 50 दिन हो गया है, जबकि देशभर में यह 21 दिन है। आइये, यह खबर विस्तार से जानते हैं।
कोरोना वायरस
सक्रिय मामलों की संख्या में 12वें स्थान पर दिल्ली
जैन ने कहा कि शुक्रवार को दिल्ली में 1,195 नए मामले सामने आए थे। इसके साथ कुल संक्रमितों की संख्या 1,35,598 हो गई है।
यहां सक्रिय मामलों की संख्या 10,705 है। इलाज करवा रहे मरीजों की संख्या के मामले में दिल्ली दूसरे स्थान से अब 12वें स्थान पर पहुंच गया है।
यहां अभी 496 कंटेनमेंट जोन है।
दिल्ली में संक्रमण का पता लगाने के लिए शनिवार से सीरो सर्वे का अगला चरण शुरू होगा।
दिल्ली
पिछले सीरो सर्वे में कोरोना पॉजीटिव पाए गए थे 24 प्रतिशत लोग
स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा कि पिछले सीरोलॉजिकल सर्वे में 24 प्रतिशत लोग कोरोना पॉजीटिव पाए गए थे। यह काफी तकनीकी प्रक्रिया है, लेकिन पूरी दिल्ली में यह सर्वे कराया जाएगा।
जैन ने पिछले महीने कहा था कि पहले सर्वे के नतीजे सामने आने के बाद यह तय किया गया है कि ऐसे और सर्वे कराए जाएंगे ताकि दिल्ली में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई के लिए बेहतर रणनीति तैयार की जा सके।
सलाह
केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी ने राज्यों को दिल्ली मॉडल अपनाने को कहा
केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने शनिवार को सभी राज्यों को कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए 'दिल्ली मॉडल' अपनाने को कहा है।
तेलंगाना में बोलते हुए रेड्डी ने कहा, "आप जितने ज्यादा टेस्ट करेंगे, उतनी ही तेजी से संक्रमण पर काबू पा सकेंगे। आपको पता है कि दिल्ली में मैं हालातों पर नजर रख रहा हूं। वहां 84 प्रतिशत रिकवरी रेट है। सभी राज्यों को दिल्ली मॉडल पर काम करने की जरूरत है।"
कोरोना वायरस
जून में खराब हो गई थी दिल्ली की स्थिति
दिल्ली में जून की शुरूआत में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ने लगे थे और अस्पतालों में बेडों की कमी होने लगी थी। इस दौरान मौतों की संख्या में भी उछाल आया।
शहर में कोरोना वायरस मामलों का पीक 23 जून को आया, जब एक ही दिन में 3,947 नए मामले सामने आए।
उस समय दिल्ली में मामलों की वृद्धि दर छह प्रतिशत थी, जो देश में सबसे अधिक थी। वहीं पॉजिटिविटी रेट 40 प्रतिशत तक पहुंच गई थी।
सुधार
गृह मंत्री की दखल के बाद बेहतर होने लगी स्थिति
इसके बाद गृह मंत्री अमित शाह ने मामले में दखल दिया और दिल्ली सरकार के साथ मिलकर उन्होंने टेस्ट और बेडों की संख्या बढ़ाने समेत कई अहम फैसले लिए।
इन फैसलों का असर जल्द ही देखने को मिला और जुलाई में दिल्ली में नए मामलों की संख्या नीचे आना शुरू हो गई।
पिछले दो-तीन हफ्तों से रोजाना 1,000-1,500 मामले सामने आ रहे थे और ज्यादातर दिन नए मामलों की तुलना में ज्यादा मरीज ठीक हो रहे हैं।