कोलकाता में डॉक्टर की रेप-हत्या: देशभर के डॉक्टर हड़ताल पर, जानिए अब तक क्या-क्या सामने आया
कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना ने पूरे देश को झकझौंर दिया है। इसके विरोध में देशभर के रेजिडेंट डॉक्टर सोमवार को हड़ताल पर हैं। फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने निष्पक्ष जांच सहित अन्य मांगों को लेकर हड़ताल का ऐलान किया है। इसी तरह कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉक्टर संदीप घोष ने पद से इस्तीफा दे दिया है। आइए जानते हैं मामले में अब तक क्या-क्या सामने आया।
पहले जानिए क्या है कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर की रेप-हत्या का मामला
9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में 32 वर्षीय एक महिला का शव मिला था, जिसकी पहचान ट्रेनी डॉक्टर के रूप में हुई थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि डॉक्टर की हत्या से पहले उसका रेप हुआ था। उसकी आंख, मुंह, पैर, गर्दन, हाथ, कमर और निजी अंगों पर काफी चोटें थीं। इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच करते हुए अस्पताल में आने-जाने वाले एक नागरिक स्वयंसेवक संजय रॉय को गिरफ्तार किया है।
दिल्ली समेत कई राज्यों में हड़ताल पर गए डॉक्टर
FORDA के आह्वान पर दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश सहित अधिकतर राज्यों के डॉक्टर इस घटना के विरोध में हड़ताल पर हैं। सभी जगहों पर डॉक्टरों ने वैकल्पिक सेवा बंद कर रखी है। हालांकि, आपातकालीन सेवा को हड़ताल से दूर रखा गया है। हड़ताल के कारण अस्पतालों में मरीजों को थोड़ी परेशानी भी झेलनी पड़ रही है। दिल्ली में राम मनोहर लोहिया अस्पताल समेत 10 अस्पतालों के बाहर डॉक्टरों ने घटना के विरोध में प्रदर्शन भी किया है।
FORDA ने क्या रखी है मांग?
FORDA के महासचिव डॉ सर्वेश पांडे ने बताया कि उन्होंने अपनी मांगों को लेकर स्वास्थ्य सचिव को पत्र भेजा है। इसमें मृतका डॉक्टर के परिजनों को जल्द से जल्द उचित मुआवजा देने, मामले की CBI जांच कराने, ट्रायल फास्ट-ट्रैक कोर्ट में होने, आरजी कर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की सभी मांगे मानने और डॉक्टर्स की सुरक्षा के लिए सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट बनाने की मांग शामिल हैं। उन्होंने बताया कि मांगों पर लिखित आश्वासन मिलने तक हड़ताल जारी रहेगी।
डॉ घोष ने इस्तीफे के पीछे क्या बताया कारण?
आरजी कर मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ घोष ने इस्तीफा देने के बाद कहा, "मृतक डॉक्टर मेरी बेटी की तरह थी और मुझे सोशल मीडिया पर बदनाम किया जा रहा है। ऐसे में मैं एक अभिभावक की तरह पद से इस्तीफा दे रहा हूं।"
आरोपी तक कैसे पहुंची पुलिस?
पुलिस ने अस्पताल के CCTV की फुटेज देखी तो आरोपी संजय सुबह 4 बजे सेमीनार हॉल में जाता नजर आया। उस दौरान उसके कान में इयरफोन थे, लेकिन बाहर निकलते समय उसके पास ईयरफोन नहीं था। पुलिस को घटनास्थल से एक इयरफोन भी मिला था। इसके बाद पुलिस ने हिरासत में लिए संजय सहित अन्य संदिग्धों के मोबाइल से उस इयरफोन को कनेक्ट किया तो वह संजय के फोन से कनेक्ट हो गया। इसके बाद पुलिस ने उसे दबोच लिया।
आरोपी के खिलाफ इन धाराओं में दर्ज किया मामला
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 64 (बलात्कार) और 103 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया है। इसी तरह मामले की विस्तृत जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) भी गठित की गई है।
आरोपी ने कबूल किया अपराध
पुलिस पूछताछ में आरोपी संजय ने अपना अपराध भी कबूल कर लिया है, लेकिन पुलिस ने कबूलनामे का खुलासा नहीं किया है। हालांकि, आरोपी की मां मालती ने अपने बेटे को बेगुनाह बताया है और दावा किया है कि उसने पुलिस के दबाव में अपराध कबूल किया है। इधर, पुलिस जांच में संजय का आपराधिक इतिहास भी सामने आया है। उसने अपने दोस्त से कोलकाता पुलिस में नौकरी लगाने के नाम पर 2.20 लाख रुपये की ठगी की थी।
आरोपी ने वारदात से पहले शराब पीते हुए देखी थी अश्लील वीडियो
पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी संजय ने वारदात से पहले रात 11 बजे अस्पताल के पीछे जाकर शराब पीते हुए अश्लील वीडियो देखी थी। वह विकृत मानसिकता था और उसे शराब पीने के साथ अश्लील वीडियो देखने की आदत थी। पुलिस को उसके मोबाइल फोन की जांच में भी अश्लील वीडियो मिली है। पुलिस अब यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि उसने पहले भी अस्पताल में ऐसा कुछ तो नहीं किया था।
आरोपी ने वारदात के बाद किया था सबूत मिटाने का प्रयास
पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी ने अपराध के बाद सबूतों से छेड़छाड़ की कोशिश की थी। ऐसे सबूत मिले हैं जिनसे पता चलता है कि आरोपी ने घटनास्थल से खून के धब्बे धोने की कोशिश की थी। वहां से जाने के बाद उसने अपने कपड़े भी धो दिए थे। अब यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि आरोपी ने पहले रेप किया था या हत्या करने के बाद रेप की घटना को अंजाम दिया था।
मामले में हो रही राजनीति
इस मामले ने अब राजनीतिक रूप भी ले लिया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि यह उनके लिए व्यक्तिगत क्षति है। मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने के निर्देश दिए हैं। जरूरत पड़ी तो आरोपी को फांसी दी जाएगी। तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता अभिषेक बनर्जी ने इसे गंभीर श्रेणी का अपराध बताते हुए आरोपी का एनकाउंटर करने की मांग की है। भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने मामले की CBI से जांच कराने की मांग की है।