कोरोना की तीसरी लहर: दिल्ली सरकार बना रही 7,000 ICU बिस्तरों वाले सात अस्थायी अस्पताल
क्या है खबर?
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए दिल्ली सरकार ने इसके मुकाबले के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं।
सरकार ने सात अलग-अलग जगहों पर अस्थायी अस्पताल बनाने शुरू किए हैं, जिनमें 7,000 ICU बिस्तरों का इंतजाम होगा।
इस पूरे प्रोजेक्ट पर 690 करोड़ रुपये की लागत आएगी और अगले पांच महीनों में ये अस्पताल बनकर तैयार हो जाएंगे।
भले ही ये अस्थायी ढांचे होंगे, लेकिन इनमें अस्पतालों वाली सारी सुविधाएं होंगी।
दिल्ली
तय समय में काम पूरा नहीं किया तो होगी कार्रवाई
TOI की रिपोर्ट के अनुसार, GTB अस्पताल और चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय के करीब, सरिता विहार, रघुबीर नगर, शालीमार बाग, किराड़ी और सुल्तानपुर में बनाए जाएंगे।
कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए इन सेमी-परमानेंट अस्पतालों को तैयार किया जा रहा है। ठेकेदारों को तीन शिफ्टों में पर्याप्त मजदूर लगाकर पांच महीनों के भीतर इनका निर्माण पूरा करना होगा। ऐसा न करने पर उनके खिलाफ दिल्ली आपदा प्रबंधन कानून के तहत कार्रवाई की जा सकेगी।
जानकारी
GTB परिसर में बनेगा सबसे बड़ा अस्थायी अस्पताल
इन अस्थायी कोविड अस्पतालों में से सबसे बड़ा GTB अस्पताल के परिसर में बनेगा। पांच मंजिल वाला यह अस्पताल करीब छह एकड़ में फैला होगा और इसमें 1,900 से अधिक ICU बिस्तरों का इंतजाम होगा।
दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल रघुबीर नगर में बनेगा। चार मंजिला इस अस्पताल में 1,550 से अधिक ICU बिस्तर होंगे और यह नौ एकड़ में फैला होगा।
इसके बाद शालीमार बाग के अस्पताल में सबसे ज्यादा 1,430 ICU बिस्तर होंगे।
दिल्ली
बाकी अस्पतालों में कितने बिस्तर होंगे?
दिल्ली के उत्तर पश्चिम में सरकार दो अस्पताल बनाने जा रही है।
किराड़ी में बनने वाले अस्थायी अस्पताल में 458 और सुल्तानपुरी अस्पताल में 525 बिस्तरों का इंतजाम किया जाएगा। वहीं सरिता विहार वाले अस्पताल में 336 ICU बिस्तर लगाए जाएंगे।
चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय के पास बनने अस्पताल में बच्चों के लिए 596 ICU बिस्तर होंगे। गौरतलब है कि तीसरी लहर में बच्चों में संक्रमण फैलने की आशंका जताई जा रही है।
कोरोना संकट
दूसरी लहर के दौरान कम पड़ गए थे अस्पताल
अप्रैल-मई में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान दिल्ली समेत देश के कई शहरों में अस्पतालों और बिस्तरों की भारी कमी पड़ गई थी।
राजधानी दिल्ली की बात करें तो यहां कई अस्पतालों ने बिस्तरों और ऑक्सीजन की कमी के चलते मरीजों को भर्ती करने से इनकार कर दिया था। कई अस्पतालों ने एक बिस्तर पर दो-दो मरीजों को लेटाकर इलाज किया।
कुछ लोगों को बिस्तर नहीं मिल पाए और उनकी अस्पताल के बाहर ही तड़पकर मौत हो गई।
जानकारी
दिल्ली में संक्रमण की क्या स्थिति?
राजधानी दिल्ली में बीते दिन कोरोना के 67 नए मामले सामने आए और कोई मौत नहीं हुई। दूसरी लहर के बाद यह पांचवां मौका है, जब दिल्ली में कोरोना के कारण कोई मौत नहीं हुई है। फिलहाल यहां 513 सक्रिय मामले हैं।
कोरोना संक्रमण
देश में कैसे हैं हालात?
देश में पिछले दिनों में कई बार सक्रिय मामले बढ़ चुके हैं, जो चिंता की बात है।
बीते दिन की बात करें तो भारत में कोरोना के 42,982 नए मामले सामने आए और 533 मरीजों की मौत हुई।
इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 3,18,12,114 हो गई है। इनमें से 4,26,290 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।
एक दिन की गिरावट के बाद सक्रिय मामलों की संख्या लगातार दूसरे दिन बढ़कर 4,11,076 हो गई है।