दिल्ली दंगों के मामले में पुलिस ने दायर की चार्जशीट, 15 को बनाया आरोपी
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस साल फरवरी में राष्ट्रीय राजधानी में हुए दंगों के मामले में चार्जशीट दायर कर दी है। कड़कड़डूमा अदालत में दायर की गई कई हजार पन्नों की इस चार्जशीट में 15 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इन पर गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम कानून (UAPA), आर्म्स एक्ट और भारतीय दंड संहिता की अलग-अलग धाराएं लगाई गई हैं। इस चार्जशीट में उमर खालिद और शरजील इमाम का आरोपी के तौर पर जिक्र नहीं है।
पुलिस की जांच जारी, पूरक चार्जशीट भी होगी दायर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने दो संदूकों में भरे दस्तावेज अदालत को सौंपे हैं। इनमें से लगभग 2,600 पन्नों पर आरोपियों के खिलाफ आरोपों की जानकारी दी गई है। पुलिस का कहना है कि अभी उसकी जांच जारी है और वह एक पूरक चार्जशीट भी दायर करेगी। इसमें उन आरोपियों के नाम होंगे, जिन्हें इस चार्जशीट में शामिल नहीं किया गया है। गौरतलब है कि शरजील और उमर खालिद पहले से ही इस मामले में गिरफ्तार हो चुके हैं।
पुलिस ने अदालत को बताई ये बातें
NDTV के अनुसार, पुलिस ने अदालत को बताया है, "ये साजिशकर्ता जमीन पर काम करने वाले अपने कार्यकर्ताओं के संपर्क में थे, जिन्होंने फरवरी में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में दंगे किए।" पुलिस ने कहा कि सीलमपुर और जाफराबाद में दंगे कराने के लिए दो व्हाट्सऐप ग्रुप्स बनाए गए थे। रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने कहा कि साजिशकर्ताओं ने दंगों की योजना बनाई और इलाकों के मध्यम स्तर के नेताओं के जरिये जमीनी कार्यकर्ताओं से दंगे करवाए गए।
सफूरा जरगर का नाम आरोपी के तौर पर शामिल- रिपोर्ट
जानकारी के मुताबिक, 15 आरोपियों में से एक नाम सफूरा जरगर का है, जो इस समय जमानत पर जेेल से बाहर हैं। वहीं चार्जशीट में कुल 745 गवाह बनाए गए हैं। पुलिस ने बताया कि सबूत के तौर पर तकनीकी सबूत, कॉल रिकॉर्ड डाटा और व्हाट्सऐ चैट्स को चार्जशीट में शामिल किया गया है। जांच के दौरान जो बरामदगी हुई है, उन्हें भी सबूतों के तौर पर पेश किया जा रहा है। सबूतों के आधार पर धाराएं लगाई गई हैं।
पुलिस कमिश्नर बोले- निष्पक्ष तरीके से हुई है जांच
बीते सोमवार को दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने कहा कि दंगों की साजिश की जांच अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। उन्होंने जांच में पक्षपात के आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि हिंसा के संबंध में 751 मामले दर्ज किए थे, जिनकी निष्पक्ष तरीके से जांच की गई। इनमें से 340 मामले सुलझा लिए गए हैं, लेकिन बाकी में पुलिस को अभी तक अधिक लीड नहीं मिली है। कई मामलों में चार्जशीट भी दायर हो चुकी है।
UAPA के तहत हो चुकी है उमर खालिद की गिरफ्तारी
दिल्ली में हुए दंगों के मामले में स्पेशल सेल ने रविवार को जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के पूर्व छात्र उमर खालिद को गिरफ्तार किया था। खालिद को दंगों में उनकी कथित भूमिका के लिए साजिशकर्ता के तौर पर गिरफ्तार किया गया। रविवार को लगभग 11 घंटे पूछताछ के बाद स्पेशल सेल की टीम ने खालिद को गिरफ्तार किया। उन्हें भी UAPA के तहत गिरफ्तार किया गया है। वहीं उमर ने अपने खिलाफ लगे आरोपों का खंडन किया है।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में तीन दिन चले थे दंगे
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में इस साल 24 से 26 फरवरी के बीच लगातार तीन दिन दंगे हुए थे। इनमें 53 लोगों की मौत हुई थी जबकि लगभग 500 घायल हुए थे। मरने वालों में दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतनलाल भी शामिल थे। इस दौरान संपत्ति का भी भारी नुकसान हुआ था और दंगाइयों ने घरों, दुकानों और वाहनों समेत जो भी आगे आया, उसमें आग लगा दी। एक पेट्रोल पंप को भी आग लगाई गई थी।