दिल्ली में मेडिकल रैकट का पर्दाफाश, फर्जी डॉक्टरों के कारण हुई कई मरीजों की मौत
क्या है खबर?
देश में कई ऐसे मामले सामने आए हैं जहां झोलाछाप डॉक्टरों के कारण कई मरीजों की जान गई है।
दक्षिणी दिल्ली से भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां बिना किसी चिकित्सीय योग्यता के ही फर्जी डॉक्टर मरीजों की सर्जरी कर रहे थे। दिल्ली पुलिस ने इन 4 फर्जी डॉक्टरों को पकड़ लिया है।
आइए जानते हैं कैसे यह डॉक्टर मरीजों को इलाज के नाम पर ठग रहे थे और कैसे इस मेडिकल रैकट का पर्दाफाश हुआ।
मामला
क्या है मामला?
ये मामला है दक्षिणी दिल्ली के ग्रेटर कैलाश इलाके में अग्रवाल मेडिकल सेंटर का जहां सर्जरी कराने वाले 2 मरीजों की मौत के मामले में 4 लोग गिरफ्तार हुए हैं।
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण दिल्ली के DCP चंदन चौधरी ने बताया कि अग्रवाल मेडिकल सेंटर के मालिक डॉ नितेश अग्रवाल, उनकी पत्नी पूजा अग्रवाल, पूर्व लैब टेक्निशियन महेंद्र सिंह और डॉ जसप्रीत सिंह को गिरफ्तार किया है।
ये गिरफ्तारियां पर्याप्त सबूतों के आधार पर की गई।
खुलासा
फर्जी डॉक्टरों का पर्दाफाश कैसे हुआ?
चौधरी के अनुसार, 27 अक्टूबर को जय नारायण नमक व्यक्ति की सर्जरी के बाद मौत हो गई थी।
इसकी जांच में एक मेडिकल बोर्ड के सदस्य ने 1 नवंबर को मेडिकल सेंटर में खामियां पाईं और डॉक्टर नीरज अग्रवाल द्वारा तैयार किये गए फर्जी दस्तावेज का खुलासा किया।
इस मेडिकल सेंटर के खिलाफ पिछले साल एक महिला ने भी शिकायत की थी।
पुलिस ने पर्याप्त सबूतों के आधार पर मंगलवार को इन फर्जी डॉक्टरों को गिरफ्तार कर लिया।
मौत
पुलिस की जांच में खुलासा, फर्जी डॉक्टरों की लापरवाही से गई मरीज की जान
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस को जांच में पता चला कि नारायण को पथरी हटाने की सर्जरी के लिए 26 अक्टूबर को अग्रवाल मेडिकल सेंटर में भर्ती कराया गया था। अगले दिन नारायण को सर्जरी के कुछ समय बाद मृत घोषित कर दिया गया।
परिवारवालों ने तुरंत पुलिस में शिकायत की और पोस्टमार्टम कराया तो नारायण की मौत का कारण दिल का दौरा नहीं, अत्यधिक रक्तस्राव बताया गया।
आरोप
पिछले साल भी दर्ज हुई थी मेडिकल सेंटर के खिलाफ शिकायत
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, पिछले साल सितंबर में एक महिला ने शिकायत की थी कि अग्रवाल मेडिकल सेंटर में उसके पति असगर अली के पित्ताशय की सर्जरी हुई थी।
सर्जरी के बाद आली को बहुत तेज दर्द हुआ और वो बेहोश हो गए। जब सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
महिला ने बताया कि सर्जरी डॉक्टर जसप्रीत की जगह पूजा और महेंद्र ने की थी और यह दोनों ही फर्जी डॉक्टर हैं।
जानकारी
मेडिकल सेंटर की लापरवाही से 7 मरीजों की हुई मौत
मामले की जांच से पता चला कि 2016 से डॉ. अग्रवाल, पूजा और अग्रवाल मेडिकल सेंटर के खिलाफ कम से कम 9 शिकायतें दर्ज हैं। पुलिस के मुताबिक, सभी 7 मामलों में मरीजों की मौत चिकित्सा लापरवाही के कारण हुई।
आरोप
मृतकों के परिवारवालों ने मेडिकल सेंटर पर लगाए गंभीर आरोप
पुलिस के मुताबिक, मरीजों के परिवारों ने आरोप लगाया कि अग्रवाल मेडिकल सेंटर चलाने वाले डॉ. अग्रवाल और 3 अन्य ने चिकित्सा प्रोटोकॉल का पालन किए बिना कई मरीजों के महत्वपूर्ण अंगों की सर्जरी की है।
शिकायतकर्ताओं के अनुसार, डॉ. अग्रवाल एक चिकित्सक हैं, लेकिन फर्जी दस्तावेज होने के कारण सर्जरी करते हैं।
जांच में सामने आया कि पिछले साल सितंबर में असगर अली की मौत भी अस्पताल की सर्जरी के दौरान बरती गई लापरवाही से हुई थी।
बरामद
मेडिकल सेंटर से पुलिस ने बरामद किये कई सबूत
पुलिस ने 414 प्रिस्क्रिप्शन पर्चियां जब्त की हैं जिसपर केवल डॉक्टर के हस्ताक्षर थे। 2 रजिस्टर बरामद किये गए, जिनमें अस्पताल में गर्भपात कराने आए मरीजों की जानकारी थी।
पुलिस ने कहा, "जांच में कई प्रतिबंधित दवाएं बरामद की गईं, कई इंजेक्शन और एक्सपायर हो चुके सर्जिकल ब्लेड बरामद किये हैं।"
इसके अलावा 47 अलग-अलग बैंकों की चेकबुक, विभिन्न बैंकों के 54 ATM कार्ड, कई डाकघरों की पासबुक और 6 POS टर्मिनल क्रेडिट कार्ड मशीनें भी बरामद की हैं।