दिल्ली: केजरीवाल सरकार ने बढ़ाया ऑटो-टैक्सी का किराया, जानें नए शुल्क
क्या है खबर?
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (AAP) की दिल्ली सरकार ने बुधवार को दिल्ली में ऑटो और टैक्सी के किराये में वृद्धि का ऐलान किया।
सरकार ने ऑटो के न्यूनतम किराये को पांच रुपये बढ़ा दिया है और अब मीटर 25 रुपये की बजाय 30 रुपये से शुरू होगा।
इसके बाद प्रति किलोमीटर सफर पर 11 रुपये लिए जाएंगे। पहले प्रति किलोमीटर 9.5 रुपये वसूले जाते थे।
टैक्सी
टैक्सी के किराये में कितनी वृद्धि की गई है?
टैक्सी की बात करें तो बिना AC वाली टैक्सी का किराया प्रति किलोमीटर 14 रुपये से बढ़ाकर 17 रुपये कर दिया गया है। ये शुल्क 40 रुपये के न्यूनतम शुल्क के बाद प्रति किलोमीटर सफर के हिसाब से लगाया जाएगा।
AC वाली टैक्सी और कैब के किराये में भी वृद्धि की गई है। AC कैब के लिए अब न्यूनतम शुल्क के बाद प्रति किलोमीटर 20 रुपये देने होंगे। पहले यह आंकड़ा 16 रुपये था।
अन्य शुल्क
प्रतीक्षा शुल्क और सामान के किराये में भी हुई वृद्धि
दिल्ली सरकार ने प्रतीक्षा शुल्क (वेटिंग चार्ज) में भी वृद्धि की है और अब 15 मिनट रुकने के बाद प्रति अतिरिक्त मिनट के लिए एक रुपये देना होगा। अतिरिक्त सामान का किराया भी 10 रुपये से बढ़ाकर 15 रुपये कर दिया गया है।
रात्रि शुल्क (नाइट चार्ज) में कोई इजाफा नहीं किया गया है और पहले की तरह अब भी रात में ऑटो या टैक्सी लेने के लिए दिन के मुकाबले 25 प्रतिशत अधिक किराया देना होगा।
कारण
CNG की कीमतों में वृद्धि के कारण बढ़ाया गया है किराया
बता दें कि CNG की कीमतों में वृद्धि को देखते हुए किराये में ये इजाफा किया गया है। पिछले साल 7 मार्च के बाद से दिल्ली में CNG की कीमत 22.60 प्रति किलोग्राम बढ़ चुकी है और अभी यह 78.61 रुपये प्रति किलो की दर से मिल रही है।
कीमतों में इस इजाफे के बाद किराया निर्धारण समिति ने दिल्ली सरकार के परिवहन से किराया बढ़ाने की सिफारिश की थी, जिस पर अब अमल किया गया है।
फायदा
फैसले से एक लाख से अधिक ऑटो-टैक्सी चालकों को मिलेगा फायदा
विभिन्न ऑटो और टैक्सी यूनियनों के मुताबिक, देश की राजधानी दिल्ली में अभी लगभग 10,000 टैक्सी और 95,000 ऑटो हैं। सरकार के फैसले का लाभ इन सभी टैक्सी और ऑटो के चालकों को मिलेगा।
ईंधन की कीमतों में वृद्धि के बाद से ही घाटे का हवाला देते हुए ऑटो-टैक्सी यूनियन और चालक किराये में वृद्धि की मांग कर रहे थे।
इससे पहले आखिरी बार 2020 में ऑटो-टैक्सी के किराये में वृद्धि की गई थी।