दिल्ली: पिता और 4 बेटियों के शव बंद कमरे में मिले, खुदकुशी की आशंका
दिल्ली के रंगपुरी इलाके में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। वहां एक व्यक्ति और उसकी 4 दिव्यांग बेटियां के शव घर के बंद कमरे में मिले हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल पहुंचा दिया। पुलिस ने मौके से सल्फास की गोलियां और कमरे के डस्टबिन में जूस के टेट्रा पैक और पानी की बोतल मिली हैं। इससे आशंका जताई जा रही है कि पांचों ने जहरीला पदार्थ खाकर खुदकुशी की है।
कैसे हुआ घटना का खुलासा?
पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान हीरालाल शर्मा (46) और उसकी बेटियां नीतू (26), निक्की (24), नीरू (23) और निधि (20) के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि पड़ोसी रतन ने घर के आसपास बदबू और मक्खियों को भिनभिना देखकर पुलिस को सूचना दी थी। उसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जब दरवाजा तोड़ा तो बेटियों के शव एक कमरे में पड़े थे, जबकि शर्मा का शव दूसरे कमरे में मिला।
विषाक्त सेवन से हुई सभी की मौत
पुलिस ने बताया कि मौके से सल्फास की गोलियां, जूस के टेट्रा पैक और पानी की बोतल मिली हैं। प्रारम्भिक जांच के आधार पर कहा जा सकता है कि शर्मा ने पहले अपनी बेटियों को सल्फास की गोलियां खिलाई और फिर बाद में दूसरे कमरे में जाकर खुद ने भी गोलियां खाकर जान दे दी। पुलिस ने बताया कि चारों बेटियां दिव्यांग हैं, जिनमें एक को आंखों से दिखाई नहीं देता था और अन्य के पैरों में परेशानी थी।
कैसी थी परिवार की पारिवारिक पृष्ठभूमि?
पुलिस के अनुसार, शर्मा 1996 से वसंत कुंज के एक अस्पताल में काम कर रहा था। उनकी पत्नी की एक साल पहले कैंसर से मौत हो गई थी। बेटियां विकलांगता के कारण चलने में असमर्थ थीं। पुलिस ने बताया कि पत्नी की मौत के बाद शर्मा ही अपने परिवार की देखभाल करने वाले एकमात्र व्यक्ति था। CCTV फुटेज में शर्मा को 24 सितंबर को घर में घुसते हुए देखा गया और उसके बाद दरवाजा अंदर से बंद कर लिया गया।