दिल्ली के बजट को लेकर केजरीवाल और केंद्र सरकार आमने-सामने, जानिए क्या है मामला
दिल्ली विधानसभा में आज बजट पेश नहीं होगा। दिल्ली में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब तय समय पर बजट पेश नहीं किया जाएगा। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का आरोप है कि केंद्र सरकार ने जानबूझकर उन्हें बजट पेश करने से रोका है, जबकि इस पूरे विवाद को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अपनी स्थिति स्पष्ट की है। आइये दिल्ली के बजट को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा लगाई गई आपत्तियों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
मंत्रालय की क्या आपत्ति?
केंद्रीय गृह मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि दिल्ली सरकार के प्रस्तावित बजट के कुछ प्रावधानों को लेकर आपत्ति जताई गई है। सूत्रों ने कहा कि इस बजट प्रस्ताव में विज्ञापन के लिए अधिक आवंटन किया गया है, जबकि बुनियादी ढांचे और अन्य विकास योजनाओं के लिए अपेक्षाकृत कम राशि आवंटित है। मंत्रालय ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने अब तक इससे जुड़े सवालों का कोई जवाब नहीं दिया है।
इस मामले में दिल्ली सरकार ने क्या कहा?
दिल्ली सरकार ने कहा कि गृह मंत्रालय को 10 मार्च को ही बजट की फाइल भेज दी गई थी। मंत्रालय के आरोपों से इनकार करते हुए उसने कहा कि दिल्ली का कुल बजट 78, 800 करोड़ रुपये का है, जिसमें से 22,000 करोड़ रुपये बुनियादी ढांचे पर खर्च के लिए हैं और सिर्फ 550 करोड़ रुपये विज्ञापनों के लिए आवंटित हैं। दिल्ली सरकार दावा है कि विज्ञापन के लिए आवंटन राशि पिछले साल के बजट के समान ही है।
वित्त मंत्री कैलाश गहलोत ने मुख्य सचिव पर लगाए आरोप
दिल्ली के वित्त मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि मंत्रालय ने अपनी आपत्तियों को लेकर मुख्य सचिव को 17 मार्च को पत्र भेजा था। उनका आरोप है कि मुख्य सचिव ने 3 दिनों तक इस पत्र को छिपाये रखा। गहलोत ने कहा कि सोमवार शाम को मंत्रालय का पत्र और बजट की फाइल औपचारिक रूप से उनके सामने पेश की गई। उन्होंने कहा कि मंत्रालय की आपत्तियों के जवाब देकर रात 9:00 बजे उपराज्यपाल को भेज दी गई है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र
इस मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर दिल्ली के बजट को नहीं रोकने का अनुरोध किया है। केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखे अपने पत्र में लिखा, 'देश के 75 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी राज्य का बजट रोका गया है। आप दिल्ली की जनता से क्यों परेशान हैं।' इससे पहले केजरीवाल ने दिल्ली का बजट रोके जाने को केंद्र की गुंडागर्दी करार दिया था।