दिल्ली हवाई अड्डे का टर्मिनल-1 को खुलने में लगेगा समय, क्या है देरी की वजह?
दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल- 1 को पूरी तरह खोलने में समय लगेगा। यहां दुरुस्तीकरण का काम एक महीने से अधिक समय तक चलने की संभावना है। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, हवाई अड्डा प्रशासन पहले जुलाई के बीच इसके शुरू होने की बात कह रहा था, लेकिन अब पूरी जांच होने के बाद इसे खोला जाएगा, जिसमें एक महीने से अधिक का समय लगेगा। अभी भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान (IIT) की टीम जांच कर रही है।
सभी उड़ानों को टर्मिनल-2 और टर्मिनल-3 में स्थानांतरित किया गया
रिपोर्ट के मुताबिक, देश के सबसे व्यस्ततम दिल्ली हवाई अड्डे की सभी उड़ानों को टर्मिनल-2 और टर्मिनल-3 पर स्थानांतरित कर दिया गया है। हवाई अड्डा प्रशासन का कहना है कि किसी भी उड़ान में देरी नहीं हो रही है और टीम लगातार चीजों का आकलन कर रही है। यात्री की सुरक्षा पर भी ध्यान दिया जा रहा है। बता दें कि इंडिगो की 72 उड़ानों को टर्मिनल-1 से टर्मिनल-2 में स्थानांतरित किया गया है।
टर्मिनल-1 की गिर गई थी छत
28 जून को शुक्रवार की सुबह तड़के 5:40 बजे दिल्ली में भारी बारिश के कारण टर्मिनल-1 की छत गिर गई थी, जिसके नीचे आकर कई कारें दब गई और एक व्यक्ति की मौत हुई थी। घटना में कम से कम 6 लोग घायल हुए थे। हादसे की सूचना पर नागरिक उड्डयन मंत्री ने घटनास्थल का दौरा किया था। हादसे के बाद से टर्मिनल-1 को बंद कर दिया गया है। चर्चा है कि टर्मिनल को हाल में शुरू किया गया था।
किस टर्मिनल पर कितने यात्री?
दिल्ली हवाई अड्डे में टर्मिनल हैं, जिसमें टर्मिनल-3 पर प्रतिवर्ष 4 करोड़, टी-2 पर 1.5 और टी-1 पर 2 करोड़ यात्री आते हैं। टी-2 सबसे छोटा है, जो 1,400 यात्रियों को प्रतिघंटे संभाल सकता है। टी-1 के बंद होने से इस पर अतिरिक्त भार है।