हरियाणा: आंदोलन के दौरान मरे किसान के शव को सरकारी अस्पताल में चूहों ने कुतरा, हंगामा
हरियाणा के सोनीपत जिले के एक सरकारी अस्पताल में लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया है और यहां किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले एक किसान के शव को चूहे कुतर गए। राजेंद्र सरोहा नामक इन किसान का शव अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस के फ्रीजर में रखा हुआ था, लेकिन जब इसे बाहर निकाला गया तो पाया गया कि चूहे इसकी आंखों और पैरों को कुतर गए हैं। मामले में ग्रामीणों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया।
कुंडली बॉर्डर के पास धरने में सक्रिय थे राजेंद्र सरोहा
सोनीपत के बैंयापुर गांव के रहने वाले 70 वर्षीय राजेंद्र सरोहा पिछले काफी समय से किसान आंदोलन में सक्रिय थे और कुंडली बॉर्डर के पास स्थित धरना स्थल पर आते-जाते रहते थे। हालांकि हाल ही में उन्होंने आने-जाने का ये सिलसिला बंद कर दिया और पिछले चार दिन से रसोई गांव के पास धरना स्थल पर ही डटे हुए थे। बुधवार देर रात अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई और अस्पताल ले जाने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
शव को फ्रीजर में रखवाकर चले गए थे परिजन
राजेंद्र की मौत का कारण पता लगाने के लिए उनके शव का पोस्टमार्टम करने का फैसला लिया गया और परिजन उनके शव को पोस्टमार्टम हाउस के फ्रीजर में रखवाकर चले गए। जब सुबह परिजनों के पहुंचने पर फ्रीजर को खोला गया तो अस्पताल की लापरवाही के बारे में पता चला। मृतक के बेटे प्रदीप ने बताया कि चूहों के कुतरने की वजह से शव की आंखों और पैरों पर बड़े घाव हो गए थे और उनसे खून आ रहा था।
जांच के लिए बनाई गई तीन सदस्यीय समिति
शव की ऐसी बेकद्री देखकर परिजनों और ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने अस्पताल में हंगामा करना शुरू कर दिया। हंगामे की जानकारी मिलने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (PMO) डॉ जयभगवान अन्य अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे औ ग्रामीणों को जांच करके दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने डॉ सुशील जैन, डॉ संदीप लठवाल और डॉ गिन्नी लांबा की एक तीन सदस्यीय जांच समिति भी बनाई है जिसकी रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
फूलों से सजी गाड़ी से शव को गांव लेकर पहुंचे ग्रामीण
अधिकारियों के इस भरोसे के बाद राजेंद्र के शव का पोस्टमार्टम कराया गया और पोस्टमार्टम के बाद इसे परिजनों को सौंप दिया गया। ग्रामीण शव को फूलों से सजी गाड़ी में गांव लेकर गए और इस गाड़ी पर तिरंगा भी लहराया गया। ग्रामीणों ने राजेंद्र सिंह अमर रहें और शहीद राजेंद्र सिंह के नारे भी लगाए और कृषि कानूनों को रद्द किए जाने तक आंदोलन जारी रहने की बात कही। ग्रामीणों ने शव पर मालाएं भी चढ़ाईं।
कांग्रेस ने कहा- 73 साल में ऐसा मंजर नहीं देखा
इस बीच विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने घटना को लेकर हरियाणा की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। पार्टी प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट करते हुए कहा, '73 साल में ऐसा दर्दनाक मंजर शायद कभी ना देखा हो! शहीद किसान के शव को चूहे कुतर जाएं और भाजपा सरकारें तमाशबीन बनी रहें। शर्म से डूब क्यों नही मर गए भाजपाई!' अपने इस ट्वीट के साथ उन्होंने कुतरे हुए शव की तस्वीरें भी शेयर की हैं।