बेरहमी से हुई थी दानिश सिद्दीकी की हत्या, शरीर पर गोलियों और टायरों के निशान- रिपोर्ट
क्या है खबर?
हाल ही में खबर आई थी कि पुलित्जर अवॉर्ड विजेता फोटो पत्रकार दानिश सिद्दीकी की तालिबान ने बेरहमी से हत्या की थी। अब पता चला है कि उनके शव को बुरी तरह क्षत-विक्षत कर दिया गया था।
बताया जा रहा है कि सिद्दीकी के शरीर पर करीब एक दर्जन गोलियों और उनके चेहरे और छाती पर टायरों के निशान थे। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कितनी बेरहमी से उनकी हत्या की गई थी।
जानकारी
संघर्ष कवर करने के लिए अफगानिस्तान में थे सिद्दीकी
38 वर्षीय दानिश सिद्दीकी अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी रॉयटर्स के लिए काम करते थे और सुरक्षा बलों और तालिबान लड़ाकों के बीच संघर्ष को कवर करने के लिए अफगानिस्तान में मौजूद थे।
पहले बताया गया था कि तालिबान और सुरक्षाबलों के बीच हुई मुठभेड़ में गोली लगने से सिद्दीकी की मौत हुई थी, लेकिन बाद में एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि तालिबान ने उन्हें जिंदा पकड़कर मारा था। मारने से पहले उनकी पहचान भी पुख्ता की गई थी।
दानिश सिद्दीकी
विकृत अवस्था में अस्पताल पहुंचा था शव
16 जुलाई को सुबह सिद्दीकी की हत्या हुई थी। मौके से सामने आई शुरुआती तस्वीरों में देखा गया था कि उनकी शरीर पर कई जख्म हैं। उसी दिन शाम को जब उनका शव अस्पताल में लाया गया, तब यह पूरी तरह विकृत था। भारत और अफगानिस्तान के अधिकारियों ने यह जानकारी दी है।
पहले आई एक रिपोर्ट में बताया गया था तालिबान के लड़ाकों ने उनके शरीर को गोलियों से छलनी कर दिया था।
जानकारी
शरीर पर दर्जनभर गोलियों के जख्म
अमेरिकी समाचार पत्र न्यूयॉर्क टाइम्स ने भारत और अफगान अधिकारियों की तरफ से मुहैया कराई गई तस्वीरों का विश्लेषण किया है। इसमें पता चला है कि सिद्दीकी का शव पूरी तरह विकृत किया गया था।
एक भारतीय अधिकारी ने बताया कि उनके शरीर में करीब दर्जनभर गोलियों के जख्म और छाती और चेहरे पर गाड़ी के टायरों के निशान थे।
अफगान के एक स्वास्थ्यकर्मी ने बताया कि उनके चेहरे की पहचान नहीं हो रही थी।
बयान
पहचान में नहीं आ रहा था सिद्दीकी का चेहरा- स्वास्थ्यकर्मी
कंधार के अस्पताल में मौजूद स्वास्थ्यकर्मी ने बताया कि सिद्दीका का चेहरा बुरी तरह बिगाड़ा गया था और वो पता नहीं लगा पाए कि उनकी लाश के साथ क्या किया गया था।
एक और भारतीय अधिकारी ने कहा कि जख्म देखकर ऐसा लग रहा था कि करीब से उन पर गोलियां चलाई गई थीं।
जिस समय सिद्दीकी की मौत हुई, उस वक्त वो स्पिन बोल्डाक इलाके में अफगान सेना की टुकड़ी के साथ मौजूद थे।
प्रतिक्रिया
तालिबान ने आरोपों का खंडन किया
दूसरी तरफ तालिबान ने सिद्दीकी के शव को क्षत-विक्षत करने के आरोपों का खंडन किया है। तालिबान प्रवक्ता जैबिउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि उन्हें लाशों के साथ सम्मान से पेश आने और उन्हें रेड क्रॉस या स्थानीय बुजुर्गों को सौंपने के आदेश दिए गए हैं।
हालांकि, सिद्दीकी की मौत के वक्त उस इलाके पर तालिबान का कब्जा था और कई तस्वीरों में नजर आ रहा था कि उसके कई लड़ाके सिद्दीकी की लाश के पास खड़े थे।