कर्नाटक: उच्च जाति के शख्स की मोटरसाइकिल छूने पर दलित युवक की पिटाई, कपड़े उतारे
जिन्हें लगता है कि 21वीं सदी के भारत में जातिवाद खत्म हो चुका है, उन्हें कड़वी सच्चाई से अवगत कराने वाला एक वीडियो सामने आया है। कर्नाटक के इस वीडियो में कुछ युवकों को एक दलित को पीटते और उसके कपड़े उतारते हुए देखा जा सकता है। पीड़ित ने आरोप लगाया है कि उसने उच्च जाति के एक शख्स की मोटरसाइकल छू ली थी, जिसके बाद उसकी इस तरह से पिटाई की गई। पूरा मामला क्या है, आइए जानते हैं।
आरोपियों ने पीड़ित के परिजनों को भी पीटा
पुलिस के अनुसार, वीडियो कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू से 530 किलोमीटर दूर तलिकोटि का है। आरोपों के अनुसार, शनिवार को यहां मिनाजी गांव के रहने वाले एक दलित युवक ने गलती से एक उच्च जाति के शख्स की मोटरसाइकिल छू ली, जिसके बाद लगभग 13 युवकों ने उसकी और उसके परिजनों की पिटाई की। घटना के बाद पीड़ित पास के ही पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराने पहुंचा और पुलिस को पूरी घटना बताई।
आरोपियों ने उतारे पीड़ित के कपड़े
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में कुछ आरोपियों को पीड़ित को जमीन पर घसीटते हुए देखा जा सकता है। इस दौरान उसका पेंट उतर जाता है। एक आरोपी को डंडे से पीड़ित की पिटाई करते हुए भी देखा जा सकता है। कर्नाटक में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों और सख्त नियम लागू होने के बावजूद किसी भी आरोपी ने मास्क तक नहीं पहन रखा है और वे सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
देखें घटना का वीडियो
13 आरोपियों के खिलाफ SC/ST एक्ट के तहत मामला दर्ज
पीड़ित की शिकायत के बाद पुलिस ने मामले में FIR दर्ज की है और 13 आरोपियों के खिलाफ अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अधिनियम (SC/ST एक्ट) के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा FIR में आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 143, 147, 324, 354, 504, 506 और 149 भी लगाई गई हैं। पुलिस ने कुछ आरोपियों को पकड़ लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
मंदिर में दाखिल होने पर कर दी गई थी दलित युवक की हत्या
इससे पहले 6 जून को उत्तर प्रदेश के अमरोहा में 17 वर्षीय दलित युवक विकास कुमार की उच्च जाति के लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उसका दोष महज इतना था कि वह एक मंदिर में दाखिल हुआ था। इसके अलावा उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के नैनिताल में ऐसे मामले भी सामने आए, जहां कोरोना वायरस आइसोलेशन केंद्र में उच्च जाति से संबंध रखने वाले मरीजों ने दलित रसोइये द्वारा बनाया गया खाना खाने से इनकार कर दिया।
हर 15 मिनट पर होता है किसी न किसी दलित के साथ अपराध
भारत में दलितों के साथ भेदभाव की क्या स्थिति है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि देश में हर 15 मिनट पर किसी न किसी दलित के साथ अपराध होता है, वहीं हर रोज छह दलित महिलाओं का रेप होता है।