तमिलनाडुः कल्लाकुरिची के मंदिर में 200 साल बाद कराया गया दलितों का प्रवेश
तमिलनाडु के कल्लाकुरिची जिले स्थित चिन्नासलेम के वर्धराजा पेरुमल मंदिर में दलितों ने 200 साल बाद प्रवेश किया। उनको बैकुंठ एकादशी पर पहली बार मंदिर में पूजा अर्चना करने का मौका मिला। इस मामले में हिंदू धर्म और धर्मार्थ बंदोबस्ती विभाग की ओर से जिला अधिकारी और अन्य अधिकारियों को पत्र भेजा गया था। दलित समुदाय पिछले 200 सालों से मंदिर में प्रवेश के लिए लड़ाई लड़ रहा था। इसके लिए कई आंदोलन भी किए जा चुके हैं।
ढोल-नगाड़े के साथ दलितों ने किया मंदिर में प्रवेश
सोमवार को बैकुंठ एकादशी पर दलितों ने ढोल-नगाड़ा बजाते हुए प्राधिकारियों के साथ मंदिर में प्रवेश किया। अप्रिय घटना से निपटने के लिए यहां तमिलनाडु पुलिस के 300 जवान तैनात रहे। धर्मार्थ बंदोबस्ती विभाग ने पत्र भेजकर कहा कि मंदिर उनके रखरखाव के तहत था और वे अनुमति देते हैं कि दलित समुदाय को मंदिर में प्रवेश दिया जाए। 10 दिन पहले पुदुकोट्टाई जिले के अधिकारी भी वेंगई वसल गांव स्थित अय्यानार मंदिर में दलितों का प्रवेश करा चुके हैं।