हरियाणा: 20 नवंबर से होगा 'कोवैक्सीन' का ट्रायल, अनिल विज ने जताई वॉलेंटियर बनने की इच्छा
कोरोना वायरस महामारी को हराने के लिए भारत बायोटेक द्वारा विकसित की गई वैक्सीन 'कोवैक्सिन' के तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल शुरू हो चुका है। हरियाणा में इसकी शुरुआत 20 नवंबर से होगी। राज्य के गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल के लिए वॉलेंटियर बनने की पेशकश भी की है। ऐसे में अब उन्हें भी वैक्सीन की खुराक दिए जाने की उम्मीद है।
कंपनी को पिछले महीने मिली थी तीसरे चरण के ट्रायल की मंजूरी
बता दें 'कोवैक्सिन' के पहले दो चरणों के परिणाम बेहतर आने के बाद ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने कंपनी द्वारा भेजे गए तीसरे चरण का ट्रालय के प्रस्ताव को 22 अक्टूबर को मंजूरी दी थी। इसके बाद कंपनी ने तैयारी शुरू की थी।
स्वास्थ्य मंत्री विज ने पहली खुराक लेने की जताई इच्छा
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने ट्वीट किया, 'भारत बायोटक की ओर से कोरोना वायरस वैक्सीन के रूप में तैयार की गई कोवैक्सिन के तीसरे चरण का क्लिनिकल ट्रालय हरियाणा में आगामी 20 नवंबर से शुरू हो रहा है। मैने कोवैक्सीन परीक्षण में खुद पर टीका लगवाने के लिए पहला वॉलेंटियर बनने की पेशकश की है।' उनके ट्वीट से जाहिर हो रहा है कि वह खुद भी वैक्सीन का ट्रायल की दौड़ में शामिल होकर लोगों को भरोसा दिलाना चाहते हैं।
हरियाणा के इन अस्पतालों में होगा तीसरे चरण का ट्रायल
भारत बायोटेक की ओर से तीसर चरण के क्लिनिकल ट्रायल के लिए देश के 20 अस्पतालों का चयन किया है। इसमें हरियाणा के रोहतक में पंडित भागवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान यूनिवर्सिटी और फरीदाबाद में ESIC अस्पताल को शामिल किया गया है। तीसरे चरण के ट्रायल में सबसे ज्यादा 2,000-5,000 हजार वॉलेंटियर AIIMS के ट्रायल में शामिल होंगे। शेष अन्य अस्पतालों में कम संख्या में वॉलेंटियरों को शामिल किया जाएगा।
तीसरे चरण के ट्रायल में मरीज भी हो सकते हैं शामिल
कोवैक्सिन रिसर्च के को-इन्वेस्टिगेट डॉ रमेश वर्मा ने बताया कि तीसरे चरण का ट्रायल शुरू करने की अनुमति मिल चुकी है। इस चरण में स्वास्थ्य कर्मी, डॉक्टर, नर्स, फार्मासिस्ट, लैब तकनीशियनों के अलावा कंट्रोलड शुगर, ब्लड प्रेशर, हार्ट और दमा के मरीज भी वैक्सीन लगवा सकते हैं। बता दें कि देशभर के 20 रिसर्च सेंटरों में 25,800 वालंटियरों को कोवैक्सिन की खुराक दी जाएगी। यह चरण वैक्सीन की खोज में बहुत अहम साबित होगा।
अब तक किसी भी वॉलेंटियर को नहीं आई समस्या
डॉ रमेश वर्मा ने बताया कि पहले फेज में संस्थान ने 375 व दूसरे फेज में 380 वालंटियरों को कोवैक्सिन की खुराक दी जा चुकी है। अब तीसरे चरण में 1,000 से अधिक वॉलेंटियर शामिल होंगे। दो फेज में जितने भी वॉलेंटियर को खुराक गई है, उन्हें अभी तक कोई साइड इफेक्ट नहीं हुआ है। यही नहीं किसी भी वॉलेंटियर के कोरोना संक्रमित होने की भी कोई रिपोर्ट नहीं है। ऐसे में इस वैक्सीन से उम्मीद बढ़ गई है।
तीसरे चरण के ट्रायल के लिए AIIMS ने भी भेजा था प्रस्ताव
दिल्ली AIIMS के सामुदायिक चिकित्सा विभाग के प्रोफेसर डॉ संजय राय ने तीसरे चरण के ट्रायल के लिए 200-300 पन्नों का प्रस्वात तैयार कर मंजूरी के लिए एथिक्स कमेटी संस्थान को भेजा था। उसे भी मंजूरी मिलने के बाद गत सोमवार को कंपनी ने ट्रायल की शुरू करने की घोषणा की थी। भारत बायोटेक ने 13-14 राज्यों में 25-30 अस्पताल साइटों पर 25,800 वॉलेंटियरों की भर्ती करने की योजना बनाई है।
भारत और हरियाणा में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 38,617 नए मामले सामने आए और 474 मरीजों की मौत हुई है। देश में संक्रमितों की कुल संख्या 89,12,907 हो गई है और इनमें से 1,30,993 मरीजों की मौत हो चुकी है। सक्रिय मामलों की संख्या 4,46,805 पर आ गई है। इसी तरह हरियाणा में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2.04 लाख पर पहुंच गई है। इनमें से 2,063 मरीजों की मौत हुई है और 1.83 लाख मरीज ठीक हो चुके हैं।