कोरोना वायरस: राजस्थान की रिकवरी रेट सबसे अधिक, अन्य राज्यों की क्या स्थिति?
क्या है खबर?
कोरोना वायरस की दूसरी लहर के कमजोर होने के साथ ही देश में रिकवरी रेट एक बार फिर से बढ़ने लगी है और गुरूवार को ये 96 प्रतिशत के आंकड़े को पार कर गई।
देश में अभी तक संक्रमित पाए गए कुल 2,97,62,793 लोगों में से 2,85,80,647 (96.02 प्रतिशत) ठीक हो चुके हैं।
वहीं राज्यों में कुछ की रिकवरी रेट राष्ट्रीय औसत से अधिक है, वही कुछ की कम है। किस राज्य की कितनी रिकवरी रेट है, आइए जानते हैं।
आंकड़े
18 राज्यों में रिकवरी रेट 95 प्रतिशत से अधिक
दूसरी लहर के कमजोर पड़ने के बाद स्थिति किस कदर सुधरी है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि देश के 21 सबसे अधिक प्रभावित राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में रिकवरी रेट 91 प्रतिशत से अधिक है।
इनमें से 12 राज्य ऐसे हैं जिनकी रिकवरी रेट राष्ट्रीय औसत से अधिक है, वहीं 18 राज्यों की रिकवरी रेट 95 प्रतिशत से अधिक है।
केवल तीन राज्य ऐसे हैं जहां रिकवरी रेट 95 प्रतिशत से कम है।
शीर्ष तीन राज्य
राजस्थान की रिकवरी रेट सबसे अधिक
अलग-अलग राज्यों की बात करें तो राजस्थान की रिकवरी रेट सबसे अधिक है। यहां अब तक संक्रमित पाए गए 9,50,618 लोगों में से 9,37,481 लोग (98.62 प्रतिशत) इस महामारी को मात दे चुके हैं।
98.52 प्रतिशत रिकवरी रेट के साथ मध्य प्रदेश दूसरे स्थान पर है और यहां 7,88,954 मरीजों में से 7,77,291 मरीज ठीक हो चुके हैं।
हरियाणा इस सूची में तीसरे स्थान पर है और यहां 7,66,838 संक्रमितों में से 7,54,464 संक्रमित (98.39 प्रतिशत) ठीक हो चुके हैं।
अच्छी रिकवरी रेट
इन राज्यों में भी रिकवरी रेट 98 प्रतिशत से अधिक
उत्तर प्रदेश, बिहार और दिल्ली अन्य तीन ऐसे राज्य हैं जहां रिकवरी रेट 98 प्रतिशत से अधिक है।
उत्तर प्रदेश में अब तक 17,03,733 लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जा चुका है और इनमें से 16,75,684 मरीज (98.35 प्रतिशत) ठीक हो चुके हैं।
बिहार की रिकवरी रेट 98.15 प्रतिशत है और यहां 7,18,704 संक्रमितों में से 7,05,373 संक्रमण को मात दे चुके हैं।
राजधानी दिल्ली में 14,31,868 मरीजों में से 14,04,428 मरीज (98.08 प्रतिशत) ठीक हो चुके हैं।
अन्य राज्य
इन चार राज्यों में रिकवरी रेट 97 प्रतिशत से अधिक
झारखंड, गुजरात, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल ऐसे चार राज्य हैं जहां रिकवरी रेट 97 प्रतिशत से अधिक है।
झारखंड में 3,44,129 संक्रमितों में से 3,37,088 संक्रमित (97.95 प्रतिशत), गुजरात में 8,21,659 संक्रमितों में से 8,03,892 संक्रमित (97.84 प्रतिशत) और छत्तीसगढ़ में 9,89,335 संक्रमितों में से 9,65,292 संक्रमित (97.57 प्रतिशत) ठीक हो चुके हैं।
इसी तरह पश्चिम बंगाल में 14,74,249 मरीजों में से 14,34,994 मरीज कोरोना संक्रमण को मात देकर ठीक हो चुके हैं।
डाटा
इन दो राज्यों में भी रिकवरी रेट राष्ट्रीय औसत से अधिक
तेलंगाना और उत्तराखंड अन्य दो ऐसे राज्य हैं जहां रिकवरी रेट राष्ट्रीय औसत से अधिक है। तेलंगाना में 6,09,417 मरीजों में से 5,86,362 मरीज (96.22 प्रतिशत) ठीक हो चुके हैं, वहीं उत्तराखंड में 3,38,066 मरीजों में से 3,27,584 मरीज (96.90 प्रतिशत) ठीक हो चुके हैं।
कम रिकवरी रेट
महाराष्ट्र और केरल समेत इन राज्यों में रिकवरी रेट राष्ट्रीय औसत से कम
राष्ट्रीय औसत से कम रिकवरी रेट वाले राज्यों की बात करें तो ऐसे नौ राज्य हैं।
इनमें 95.73 प्रतिशत रिकवरी रेट के साथ पंजाब सबसे ऊपर है और यहां 5,90,556 मरीजों में से 5,65,339 मरीज इस खतरनाक वायरस को मात दे चुके हैं।
केरल में 27,73,943 संक्रमितों में से 26,53,207 संक्रमित (95.75 प्रतिशत), महाराष्ट्र में 59,44,710 संक्रमितों में से 56,85,636 संक्रमित (95.64 प्रतिशत) और आंध्र प्रदेश में 18,32,902 संक्रमितों में से 17,50,904 संक्रमित (95.53 प्रतिशत) ठीक हो चुके हैं।
डाटा
जम्मू-कश्मीर और ओडिशा में रिकवरी रेट 95 प्रतिशत से अधिक
जम्मू-कश्मीर और ओडिशा अन्य दो ऐसे राज्य हैं जहां रिकवरी रेट 95 प्रतिशत से अधिक है। जम्मू-कश्मीर में 3,10,017 मरीजों में से 2,95,189 मरीज (95.22 प्रतिशत) और ओडिशा मरीजों में 8,66,692 में से 8,23,599 मरीज (95.03 प्रतिशत) ठीक हो चुके हैं।
कम रिकवरी रेट
असम की रिकवरी रेट मात्र 91 प्रतिशत, कर्नाटक और तमिलनाडु में भी कम
कम रिकवरी रेट वाले राज्यों की बात करें तो असम इसमें सबसे नीचे हैं और उसकी रिकवरी रेट मात्र 91.08 प्रतिशत है। राज्य में 4,73,453 कोरोना संक्रमितों में से 4,31,208 संक्रमित ठीक हुए हैं।
कर्नाटक में भी रिकवरी रेट मात्र 93.54 प्रतिशत है और यहां 27,90,338 मरीजों में से 26,10,157 मरीज वायरस को मात देने में कामयाब रहे हैं।
तमिलनाडु में 23,97,864 मरीजों में से 22,66,793 मरीज ठीक हो चुके हैं और उसकी रिकवरी रेट 94.53 प्रतिशत है।