दिल्ली: कोरोना संक्रमित रिटायर्ड ब्रिगेडियर को सैन्य अस्पताल में भी नहीं मिला बेड, मौत
क्या है खबर?
कोरोना वायरस से संक्रमित भारतीय सेना के एक रिटायर्ड ब्रिगेडियर की बुधवार रात दिल्ली से चंडीगढ़ ले जाते वक्त मौत हो गई।
उन्हें दिल्ली के सैन्य अस्पताल समेत किसी भी अस्पताल में बेड नहीं मिला और इसलिए उनका परिवार उन्हें बेड की तलाश में चंडीगढ़ लेकर जा रहा था। लेकिन रास्ते में उन्होंने दम तोड़ दिया।
पूर्व सैनिकों ने ब्रिगेडियर तक को सैन्य अस्पताल में जगह न मिलने पर नाराजगी जताई है।
मामला
पश्चिम विहार में रहते थे ब्रिगेडियर रशपाल परमार
नई दिल्ली के पश्चिम विहार के रहने वाले इलेक्ट्रॉनिक और मेकैनिकल इंजीनियर्स (EME) कॉर्प्स के रिटायर्ड ब्रिगेडियर रशपाल परमार को हाल ही में कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था।
दिल्ली में बेड न मिलने के बाद उनका बेटा बेड की उम्मीद में उन्हें चंडीगढ़ लेकर जा रहे थे। उन्होंने ब्रिगेडियर के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर का भी इंतजाम कर लिया था, लेकिन चंडीगढ़ पहुंचने और इलाज मिलने से पहले ही उनका निधन हो गया।
बेड नहीं
सभी दस्तावेज दिखाने के बावजूद अस्पतालों ने नहीं किया भर्ती
परमार के कोर्स सीनियर और मोहाली की पूर्व सैनिक शिकायत सेल के अध्यक्ष लेफ्टीनेंट कर्नल एसएस सोही (रिटायर्ड) ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि ब्रिगेडियर परमार को दिल्ली के सभी अस्पतालों ने बेड न होने की बात कहकर लौटा दिया था।
उन्होंने कहा, "सैन्य अस्पताल के भर्ती करने से इनकार करने के बाद उनका बेटा उन्हें DRDO अस्पताल लेकर गया, लेकिन वहां भी उन्हें सभी दस्तावेज दिखाने के बावजूद भर्ती नहीं किया गया। निजी अस्पतालों ने भी मदद नहीं की।"
नाराजगी
पूर्व सैनिकों को इलाज नहीं मिलना चौंकाने वाला- लेफ्टीनेंट कर्नल सोही
लेफ्टीनेट कर्नल सोही ने मामले पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा, "यह चौंकाने वाला है कि पूर्व सैनिकों को इलाज नहीं मिल रहा है और बेड के लिए उन्हें इधर-उधर भागना पड़ रहा है। सैन्य अस्पतालों को इस आपातकालीन समय में उनकी देखभाल करनी चाहिए। सैन्य अस्पतालों को नागरिकों के लिए खोला जा रहा है और हमें किसी के इलाज किए जाने से कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन कम से कम पूर्व सैनिकों को मुसीबत में नहीं छोड़ना चाहिए।"
अस्पताल
हाल ही में नागरिकों के लिए खोले गए थे सैन्य अस्पताल
बता दें कि हाल ही में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना को कोरोना वायरस महामारी को नियंत्रित करने में देश की मदद करने और सैन्य अस्पतालों को कोरोना मरीजों के लिए खोलने का निर्देश दिया था।
दिल्ली स्थित सैन्य मुख्यालय के एक अधिकारी ने कहा कि पूर्व सैनिकों का भी इलाज किया जा रहा है और भारी बोझ के बावजूद वे पूरी निष्ठा से अपने कर्तव्य को निभा रहे हैं।
बयान
सैनिकों और उनके परिजनों ने घेरे हुए हैं सभी बेड- अधिकारी
अधिकारी ने कहा कि आम धारणा के विपरीत अभी किसी भी नागरिक को सैन्य अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया है और मौजूदा और पूर्व सैनिकों और उनके परिजनों ने सभी बेड घेरे हुए हैं।