कोरोना वायरस: स्वास्थ्य मंत्रालय ने की 170 हॉटस्पॉट और 207 सामान्य जिलों की पहचान
क्या है खबर?
देश में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए सरकार ने लॉकडाउन 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया है।
अब लॉकडाउन को हटाने के लिए देश को तीन जोन में बांटा जाएगा। जिसमें हॉटस्पॉट जिलों को रेड जोन, बिना संक्रमण वालों को ग्रीन जोन और कम संक्रमण वालों को ऑरेंज जोन में रखा जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में कम्यूनिटी ट्रांसमिशन होने से इनकार कर दिया है। इसी बीच देश में संक्रमितों की संख्या करीब 12,000 हो गई है।
हॉटस्पॉट
स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में की 170 हॉटस्पॉट की पहचान
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि देश में कोरोना संक्रमण के अधिक मामले या संभावित वृद्धि वाली जगहों को हॉटस्पॉट के रूप में चिहि्नत किया गया है।
देश में मंगलवार तक 170 हॉटस्पॉट की पहचान कर ली गई है। इसी तरह बिना संक्रमण वाले 207 जिलों की सामान्य या ग्रीन जोन के रूप में पहचान की गई है।
ऐसे में लॉकडाउन हटाने की प्रक्रिया सबसे पहले ग्रीन जोन से ही शुरू की जा सकती है।
जानकारी
कैबिनेट सचिव ने अधिकारियों को दी रोकथाम रणनीति की जानकारी
कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने सभी मुख्य सचिवों, पुलिस महानिदेशकों (DGP), स्वास्थ्य सचिवों, कलक्टर और पुलिस अधीक्षकों आदि को वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए बनाई गई रणनीति की जानकारी दी है।
योजना
प्रतिबंधित क्षेत्रों में निगरानी और जांच करेंगी विशेष टीमें
अग्रवाल ने कहा कि स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ राजस्व, निगम कर्मचारियों और स्वयंसेवकों बनाई गई विशेष टीमें कोरोना वायरस के प्रसार को देखते हुए निर्धारित किए गए प्रतिबंधित क्षेत्रों में निगरानी के साथ अधिक से अधिक जांच करेंगी।
इन प्रतिबंधित क्षेत्रों में आवश्यक सेवाओं के अलावा अन्य सभी गतिविधियों पर प्रतिबंध रहेगा। खांसी, बुखार और सांस फूलने के लक्षणों को देखने के लिए घर-घर जांच का अभियान चलाया जाएगा। इसके अलावा स्क्रीनिंग भी की जाएगी।
अन्य उपाय
कोरोना उपचार के लिए दी जाएंगी और अधिक चिकित्सा सुविधाएं
अग्रवाल ने कहा कि कम संक्रमण वाले जिलों में कोरोना देखभाल केंद्र, गंभीर मामलों के लिए ऑक्सीजन सुविधाओं के साथ कोरोना स्वास्थ्य केंद्र और अत्यधिक संक्रमण वाले क्षेत्रों के लिए अधिक से अधिक कोरोना अस्पतालों की स्थापना करने के लिए कहा गया है।
इन अस्पतालों में वेंटिलेटर की सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी। उन्होंने बताया कि संक्रमण से बचे हुए जिलों में भी ऐहतियात के तौर पर कोरोना अस्पतालों बनाए जाएंगे।
जानकारी
पूरे देश में एक समान रूप से लागू हो कार्यान्वयन नीति- अग्रवाल
अग्रवाल ने कहा कि एक जिले की विफलता पूरे देश की विफलता साबित हो सकती है। कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए बनाई कोई भी योजना पूरे देश में एक समान रूप से लागू की जाएगी। इसके लिए निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
चमगादड़
चमगादड़ में मिला है कोरोना वायरस
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के महामारी विज्ञान और संचारी रोगों के प्रमुख डॉ रमन आर गंगाखेडकर ने कोरोना वायरस की उत्पत्ति के बारे में कहा कि यह वायरस चमगादड़ में पाया जाता है।
उन्होंने कहा कि एक चीनी शोध सामने आया है कि इस तरह का वायरस सीधे मनुष्य में नहीं पहुंच सकता है। यह पहले किसी तरह से दूसरे जानवर में पहुंचा होगा और फिर उसके जरिए इसकी पहुंच इंसानों तक हुई है।
जानकारी
चमगादड़ से मनुष्य में वायरस पहुंचने की घटना 1,000 साल में एक बार होती है- गंगाखेडकर
डॉ गंगाखेडकर ने एक अन्य शोध को लेकर कहा कि कोरोना वायरस चमगादड़ों से सीधे इंसानों में नहीं आकर यह पैंगोलिन में हस्तांतरित हो सकता है। पैंगोलिन से यह मनुष्यों में आया होगा। ऐसी घटना हजार साल में एकाध बार हो जाती है।
कम्यूनिटी ट्रांसमिशन
अग्रवाल ने कही भारत में कम्यूनिटी ट्रांसमिशन नहीं होने की बात
अग्रवाल ने कहा कि भारत में अभी कोरोना वायरस कम्यूनिटी ट्रांसमिशन की स्टेज पर नहीं पहुंचा है। यदि ऐसा होता तो सरकार लोगों को जरूर सतर्क कर देती।
उन्होंने लॉकडाउन को आगे बढ़ाने के बाद जानी नए दिशा-निर्देशों को भी स्पष्ट किया।
तबलीगी जमात से जुड़े सभी लोगों और उनके संपर्क में आए सभी लोगों की पहचान करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके बारे में सरकार जल्द ही जानकारी मुहैया कराएगी।
संक्रमण
भारम में 11,933 पर पहुंची संक्रमितों की संख्या
स्वास्थ्य मंत्रालय के के अनुसार बुधवार शाम 5 बजे तक भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या 11,933 पर पहुंच गई थी।
इसी तरह देश में अब तक 392 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। इसके अलावा 11,197 लोगों का उपचार चल रहा है और 1,343 लोगों को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
उन्होंने कहा कि देश में स्वस्थ होने वाले मरीजों की बढ़ती संख्या सकारात्मक संदेश हैं।