
पंजाब के विवादित पादरी बजिंदर सिंह दुष्कर्म के मामले में दोषी करार, POCSO कोर्ट का फैसला
क्या है खबर?
पंजाब के प्रसिद्ध और विवादित पादरी बजिंदर सिंह को मोहाली की यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) कोर्ट ने साल 2018 के एक दुष्कर्म के मामले में शुक्रवार को दोषी करार दे दिया है।
इस मामले में अब 1 अप्रैल को सजा सुनाई जाएगी। कोर्ट ने इस मामले में बनाए गए 5 अन्य आरापियों को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया है।
बता दें कि जीरकपुर की एक महिला ने बजिंदर के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।
प्रकरण
क्या है दुष्कर्म का मामला?
अप्रैल 2018 में 35 वर्षीय महिला ने बजिंदर सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न और दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था।
पीड़िता का कहना था कि बजिंदर ने विदेश यात्रा में सहायता देने के बहाने उसे बहला-फुसलाकर अपने मोहाली स्थित घर में बुलाया था। इसके बाद उसने दुष्कर्म किया और उसका वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने की धमकी दी थी।
इसके बाद पुलिस ने बजिंदर समेत 7 लोगों के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।
कार्रवाई
पुलिस ने मामले में इन लोगों को भी बनाया था आरोपी
पुलिस ने इस मामले में बजिंदर के साथ अकबर भट्टी, राजेश चौधरी, सुच्चा सिंह, जतिंदर कुमार, सितार अली और संदीप उर्फ पहलवान को नामजद कर आरोपी बनाया था।
पुलिस ने आराेपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 376 (बलात्कार), 420 (धोखाधड़ी), 354 (शील भंग करना), 294 (अश्लील कृत्य), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 506 (आपराधिक धमकी), 148 (दंगा) और 149 (अवैध रूप से एकत्र होना) के तहत मामला दर्ज किया था।
जानकारी
पुलिस ने बजिंदर को विदेश जाते समय किया था गिरफ्तार
FIR दर्ज होने के बाद बजिंदर जुलाई 2018 में दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन जाने वाली उड़ान में सवार होने की तैयारी कर रहा था। पुलिस ने दबिश देकर उसे गिरफ्तार किया था। हालांकि, बाद में उसे जमानत मिल गई थी।
अन्य
बजिंदर के खिलाफ फरवरी में भी दर्ज हुआ था यौन उत्पीड़न का मामला
गत 28 फरवरी को एक 22 वर्षीय महिला ने बजिंदर के खिलाफ कपूरथला में यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया था।
महिला का आरोप है कि वह और उसके माता-पिता अक्टूबर 2017 से ताजपुर में द चर्च ऑफ ग्लोरी एंड विस्डम में जा रहे हैं।
उस दौरान ही बजिंदर ने उसका मोबाइल नंबर ले लिया था और मैसेज भेजने के साथ अश्लील बाते करना शुरू कर दिया। 2022 में बजिंदर ने उसे अपने केबिन में बुलाया और अनुचित हरकतें की।
जानकारी
लोगों से मारपीट करते नजर आए थे बजिंदर
हाल में बजिंदर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर आया, जिसमें वह अपने कार्यालय में एक पुरुष और एक महिला के साथ मारपीट कर रहे हैं । क्लिप में, वह अपने कार्यालय में लोगों पर वस्तुएं फेंकते और थप्पड़ मारते हुए दिखाई दे रहे हैं।
परिचय
कौन हैं बजिंदर सिंह?
हरियाणा के यमुनानगर में एक हिंदू जाट परिवार में जन्मे बजिन्दर ने लगभग 15 वर्ष पहले एक हत्या के मामले में जेल में बंद होने के बाद ईसाई धर्म अपना लिया था।
वह अपने चमत्कारिक उपचारों के दावे के कारण हजारों लोगों की भीड़ को अपनी सभाओं में आकर्षित करता है।
चर्च में पादरी के तौर पर काम करने के बाद उसने 2016 में चर्च ऑफ ग्लोरी एंड विजडम नाम से अपना खुद का मंत्रालय शुरू कर दिया था।
लोकप्रियता
बजिंदर को कैसे मिली लाेकप्रियता?
बजिंदर ने यह वादा करके जल्दी ही लोकप्रियता हासिल कर ली कि वह अपनी सेवाओं के जरिए वे लोगों को ठीक कर सकता है और चमत्कारिक रूप से उनकी सभी इच्छाएं पूरी कर सकता है।
उसका दावा है कि उसने बड़े पैमाने पर सेवाओं के माध्यम से HIV, गूंगेपन और बहुत सी अन्य बीमारियों से लोगों को ठीक किया है।
वह इन उपचारा प्रक्रियाओं को अपने यूट्यूब चैनल पर पोस्ट करता है। उसके यूट्यूब पर 30.74 लाख सब्सक्राइबर हैं।
वीडियो
वायरल हुआ था 'येशु येशु' गाना
बजिंदर को उसके इंस्टाग्राम हैंडल पर 'पैगंबर बजिंदर सिंह' के रूप में वर्णित किया गया है। उसे कई मशहूर हस्तियों का भी समर्थन हासिल है।
अपनी चमत्कारिक सेवाओं के कारण वह भारतीय लोकप्रिय संस्कृति में सनसनी बन गया है। उसका यीशु मसीह की प्रशंसा करते हुए 'मेरे येशु येशु' गाना काफी लोकप्रिय हुआ है।
यही कारण है कि पूरे पंजाब में उसकी पहचान एक चमत्कारिक पादरी के रूप में बन गई है।