उत्तर प्रदेश: राहुल-मनमोहन के "अपमान" पर ओबामा की किताब के खिलाफ सिविल मुकदमा दायर
क्या है खबर?
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की किताब 'ए प्रॉमिस्ड लैंड (A Promised Land)' में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लेकर की गई टिप्पणियों पर विवाद जारी है।
कांग्रेसियों द्वारा किताब की आलोचना किए जाने के बाद अब उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में एक अधिवक्ता ने किताब के खिलाफ स्थानीय कोर्ट में सिविल मुकदमा दायर किया है। जिस पर आगामी 1 दिसंबर को सुनवाई होगी।
प्रकरण
किताब में राहुल गांधी को लेकर की गई है यह टिप्पणी
गत 12 नवंबर को अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स में प्रकाशित पूर्व राष्ट्रपति ओबामा की किताब के इस संस्मरण में राहुल गांधी को लेकर विशेष टिप्पणी की है।
इसमें ओबामा ने राहुल का जिक्र करते हुए लिखा, 'उनमें (राहुल में) एक ऐसे 'घबराये और अपरिपक्व' छात्र के गुण हैं जिसने अपना पाठ्यक्रम पूरा कर लिया है और वह शिक्षक को प्रभावित करने की चाहत रखता है, लेकिन उसमें 'विषय' में महारत हासिल करने की 'योग्यता या फिर जूनून' की कमी है।'
टिप्पणी
मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी के बारे में की यह टिप्पणी
ओबामा ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बारे में लिखा कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और अमेरिका के पूर्व रक्षा मंत्री बॉब गेट्स दोनों में बिलकुल भावशून्य ईमानदारी है, जो उन्हें अलग बनाती है।
वहीं सोनिया गांधी का जिक्र करते हुए ओबामा ने लिखा कि उन्होंने मनमोहन सिंह को इसलिए प्रधानमंत्री बनाया क्योंकि वह एक ऐसे बुजुर्ग सिख नेता थे जिनका कोई राष्ट्रीय राजनीतिक आधार नहीं था और उनसे राहुल गांधी को कोई सियासी खतरा नहीं था।
जानकारी
इन नेताओं को लेकर भी की टिप्पणी
ओबामा ने अपनी किताब में अमेरिका के भावी राष्ट्रपति जो बाइडन को एक सभ्य, ईमानदार और वफादार शख्स बताया है। वहीं रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर उन्हें स्ट्रीट-स्मार्ट बॉस की याद दिलाते हैं जो एक समय में शिकागो मशीन चलाते थे।
मुकदमा
ओबामा के खिलाफ FIR दर्ज कराने की मांग
ऑल इंडिया रूरल बार एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञान प्रकाश शुक्ल ने लालगंज दीवानी कोर्ट में सिविल मुकदमा दायर करते हुए किताब में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अपमान किए जाने को लेकर ओबामा के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की है।
परिवादी ने बताया कि ओबामा ने कुछ लोगों की साजिश से चीन और पाकिस्तान के साथ देश के तनावपूर्ण सम्बन्धों के बीच राहुल गांधी व मनमोहन सिंह को लेकर यह दावे किए हैं।
जानकारी
संविधान की व्यवस्था पर उठाया सवाल
अधिवक्ता शुक्ल ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति ओबामा ने राहुल गांधी और मनमोहन सिंह के खिलाफ अवांछित बयान देकर भारतीय निर्वाचन प्रणाली की अवहेलना की है और निर्वाचन आयोग जैसे नियामक संस्था के साथ संविधान की व्यवस्था पर भी सवाल उठाया है।
चेतावनी
अधिवक्ता ने दी अमेरिकी दूतावास के बाहर भूख हड़ताल करने की चेतावनी
इंडिया टुडे के अनुसार, अधिवक्ता ने शुक्ल ने कहा कि ओबामा द्वारा किताब में की गई अवांछनीय टिप्पणी से राहुल गांधी और मनमोहन सिंह के लाखों समर्थकों की भावनाएं आहत हुई हैं। ऐसे में सभी समर्थक अब विरोध स्वरूप सड़कों पर भी उतर सकते हैं और इससे अराजकता फैल सकती है। ऐसे में ओबामा के खिलाफ FIR दर्ज होनी चाहिए।
उन्होंने FIR दर्ज नहीं किए जाने पर अमेरिकी दूतावासा के बाहर भूख हड़ताल पर बैठने की भी चेतावनी दी है।