छत्तीसगढ़: गैंगरेप के बाद पीड़िता ने की आत्महत्या, पिता के जहर खाने के बाद हुई FIR
छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में एक नाबालिग लड़की ने सात लोगों द्वारा कथित तौर पर गैंगरेप किए जाने के बाद 20 जुलाई को आत्महत्या कर ली थी। पुलिस को इस मामले में FIR दर्ज करने में दो महीने से ज्यादा समय लग गया। पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न होते देख पीड़िता के पिता ने मंगलवार को आत्महत्या करने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस अपनी नींद से जागी और मामले में FIR दर्ज की है। आइये, पूरी खबर जानते हैं।
ऑटोप्सी रिपोर्ट के निकाला गया शव
TOI के मुताबिक, पीड़िता के पिता द्वारा आत्महत्या की कोशिश करने के बाद पुलिस ने सक्रियता दिखाई है। अब ऑटोप्सी के लिए पुलिस ने शव को वापस कब्र से निकाला है। इससे पहले मामले में FIR दर्ज न किए जाने पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के प्रमुख ने भी कोंडागांव के पुलिस अधीक्षक (SP) को पत्र लिख स्थानीय पुलिस इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। आयोग ने 10 दिनों के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
नहीं दी गई मामले की जानकारी- पुलिस
वहीं पुलिस ने अपने बचाव में कहा कि उसे इस मामले की जानकारी नहीं दी गई थी। हालांकि, स्थानीय सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने पीड़िता के परिवार को कार्रवाई का आश्वासन दिया था, लेकिन बाद में कोई कदम नहीं उठाया गया।
पड़ोसी गांव में शादी में शामिल होने गई थी पीड़िता- IG
बस्तर रेंज के IG पी सुंदरराज ने बताया कि पीड़िता की उम्र 16-17 साल थी। वो रिश्तेदार की शादी में गई थी, जहां नशे में चूर दो आरोपी उसे जंगल में ले गए। वहां पांच और अन्य लोग उनके साथ शामिल हो गए और उन्होंने कई घंटों तक पीड़िता का गैंगरेप किया। बाद में पीड़िता ने अपनी दोस्त को बताया कि उसके साथ रेप हुआ है और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी गई है।
पीड़िता ने 20 जुलाई को की आत्महत्या
सुंदरराज ने आगे कहा कि जब आरोपी उसे शादी समारोह में वापस लाए तो वह चुप रही। वो बिना किसी को बताए अपने घर लौट आई। उसे लगा कि उसके साथ गैंगरेप की बात फैल गई है और 20 जुलाई को उसने आत्महत्या कर ली।
दो महीने बाद पुलिस के पास आए परिजन- IG
IG ने आगे बताया कि पुलिस ने आत्महत्या के मामले की जांच की और परिवारजनों को इसकी वजह पता चलने पर थाने में जानकारी देने को कहा था। कुछ दिन बाद पीड़िता की दोस्त ने परिवार को उसके साथ गैंगरेप होने की बात बताई। उन्होंने कहा कि परिवार को कानून की जानकारी नहीं थी और वो वापस पुलिस के पास नहीं आए। दो महीने बाद पीड़िता के पिता ने जहर खाकर आत्महत्या की कोशिश की, जिन्हें बचा लिया गया है।
मामले पर राजनीति तेज
अब चारों तरफ से दबाव बढ़ने के बाद पुलिस ने मामले में FIR दर्ज कर ली है और सातों आरोपियों की तलाश में जुटी है। वहीं भाजपा इस मामले को लेकर राज्य की कांग्रेस सरकार पर हमलावर है।