चेन्नई: छात्रा के सामने हस्तमैथुन करने लगा कर्मचारी, भारी विरोध के बाद जागा विश्वविद्यालय प्रशासन
चेन्नई के एक विश्वविद्यालय में ग्रेजुएशन की एक छात्रा के सामने यौन कुंठित कर्मचारी के हस्तमैथुन करने का मामला सामने आया है। मामले की शिकायत के बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन ने जांच में अनावश्यक देरी की। जिसके बाद विद्यार्थियों का गुस्सा भड़क उठा। विरोध में विश्वविद्यालय के हजारों विद्यार्थी गुरुवार की देर रात सड़कों पर उतर आए और विश्वविद्यालय के विरोध में जमकर नारेबाजी की। आईए जानते हैं छात्र जीवन को शर्मसार करने वाले इस मामले में क्या हुआ?
लिफ्ट में करने लगा अश्लील हरकत, जाने से रोका- पीड़ित छात्रा
यह मामला चेन्नई के एसआरएम इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी का है। जहां ग्रेजुएशन दूसरे साल की एक छात्रा ने विश्वविद्यालय के पुरुष कर्मचारी पर गंभीर आरोप लगाया है। छात्रा का कहना है कि विश्वविद्यालय का माली मेरे सामने लिफ्ट में हस्तमैथुन करने लगा। मैं वहां से निकलना चाह रही थी, लेकिन मेरा हाथ पकड़कर वह माली मुझे जबरन चौथी मंजिल से आठवीं मंजिल तक ले गया। छात्रा ने कहा कि मेरे चीखने-चिल्लाने के बाद उसने मुझे छोड़ा।
शिकायत पर वार्डन ने छात्रा के कपड़ों को बताई वजह
पीड़ित छात्रा ने बताया कि मैंने इसकी शिकायत हॉस्टल वार्डन से की, लेकिन उन्होंने इस घटना के लिए मेरे कपड़ों को जिम्मेदार बताया। छात्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि मेरी शिकायत के बाद भी सीसीटीवी जांच में दो घंटे की देरी की गई। छात्रा की शिकायत पर विद्यार्थियों का गुस्सा भड़क उठा। गुरुवार की रात हजारों छात्र परिसर में विरोध करते हुए देखे गए। छात्रों के विरोध के कई वीडियो सोशल मीडिया पर भी डाले गए हैं।
विद्यार्थियों का विरोध हुआ तेज
'हमें न्याय चाहिए' की नारेबाजी के साथ छात्रों ने सड़कों पर गुजारी रात
विरोध के कई वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर #SRM के साथ पोस्ट की गई है। इन वीडियो में विद्यार्थी 'We Want Justice' का नारा लगाते दिख रहे हैं। मामले पर विश्वविद्यालय के कुलपति संदीप संचेती पहले तो विद्यार्थियों से बातचीत करने से बचते दिखे। लेकिन बाद में छात्रों से बात करते हुए कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन मामले की जांच कर रहा है। आरोप साबित होने पर संबंधित कर्मचारी पर कारवाई की जाएगी।
विरोध के बाद कुलपति ने दिया कार्यवाई का आश्वासन
पहले भी आती रही हैं यौन शोषण की शिकायतें
विरोध कर रहे छात्रों का कहना है कि यौन शोषण की यह कोई पहली शिकायत नहीं है। इससे पहले भी विश्वविद्यालय के कर्मचारियों का लड़कियों के कमरे में ताकाझांकी करने का मामला सामने आता रहा है। जिसकी शिकायत के बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन कान में तेल डाले हुआ है। एक छात्र नेता का कहना है कि प्रशासन कर्मचारी की गलती को गौण कर विद्यार्थियों के लिबास पर सवाल उठाया है। जब तक दोषी पकड़ा नहीं जाएगा, हम शांत नहीं बैठेंगे।