NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / SC में केंद्र सरकार- दुनिया की शरणार्थी राजधानी नहीं बन सकते, NRC डेडलाइन बढ़ाने की मांग
    अगली खबर
    SC में केंद्र सरकार- दुनिया की शरणार्थी राजधानी नहीं बन सकते, NRC डेडलाइन बढ़ाने की मांग

    SC में केंद्र सरकार- दुनिया की शरणार्थी राजधानी नहीं बन सकते, NRC डेडलाइन बढ़ाने की मांग

    लेखन मुकुल तोमर
    Jul 19, 2019
    04:11 pm

    क्या है खबर?

    केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से असम में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (NRC) की सूची को अंतिम रूप देने के लिए और समय मांगा है और डेडलाइन आगे बढ़ाने की मांग की है।

    केंद्र सरकार की दलील है कि भारत को दुनिया की शरणार्थी राजधानी नहीं बन सकता और NRC मसौदे में गलती से शामिल हुए लाखों लोगों के नाम हटाने की जरूरत है।

    बता दें कि NRC सूची को अंतिम रूप देने के लिए 31 जुलाई की डेडलाइन है।

    दलील

    अधिकारियों की मिलीभगत से शामिल हुआ गलत लोगों का नाम

    शुक्रवार को केंद्र सरकार के साथ असम सरकार ने भी सुप्रीम कोर्ट से डेडलाइन बढ़ाने की मांग की है।

    केंद्र सरकार की तरफ से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता कोर्ट में पेश हुए।

    उन्होंने कोर्ट को बताया, "स्थानीय अधिकारियों की मिलीभगत से बांग्लादेश की सीमा के पास के इलाकों में लाखों लोगों का नाम NRC सूची में गलत शामिल हो गया है। इसकी जांच के लिए और वक्त की जरूरत है।"

    बयान

    गृह मंत्री ने कही थी इंच-इंच जमीन से अवैध आप्रवासियों को बाहर भेजने की बात

    बुधवार को गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में कहा था कि उनकी सरकार देश की इंच-इंच जमीन पर अवैध आप्रवासियों की पहचान करके उन्हें देश से बाहर भेजेगी।

    एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा था, "NRC असम समझौते का हिस्सा है और ये हमारे चुनावी घोषणापत्र में भी था, जिसके आधार पर सरकार सत्ता में आई। देश की इंच-इंच जमीन पर जो अवैध प्रवासी रहते हैं, हम उनकी पहचान करेंगे तथा अंतरराष्ट्रीय कानूनों के तहत उन्हें निर्वासित करेंगे।"

    असम NRC डेडलाइन

    25 लाख आवेदकों ने सरकार से की डेडलाइन बढ़ाने की मांग

    गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने भी संसद में माना था कि NRC में कुछ भारतीयों को भारत का नागरिक नहीं माना गया हो जबकि कुछ बाहरी लोगों को भारत का नागरिक मान लिया गया हो।

    उन्होंंने आश्वासन दिया कि NRC को बिना किसी दोष के लागू किया जाएगा और कोई भी असली भारतीय नागरिक इससे बाहर नहीं रहेगा।

    25 लाख आवेदकों ने मोदी सरकार से NRC की विसंगतियों को दूर करने के लिए इसकी डेडलाइन बढ़ाने की अपील की है।

    NRC का मुद्दा

    ऐसे शुरू हुआ था असम में NRC का मुद्दा

    बांग्लादेश से असम में आने वाले अवैध घुसपैठियों पर बढ़े विवाद के बाद सुप्रीम कोर्ट ने NRC को अपडेट करने को कहा था।

    पहला रजिस्टर 1951 में जारी हुआ था।

    ये रजिस्टर असम का निवासी होने का सर्टिफिकेट है।

    असम देश का इकलौता राज्य है जहां सिटिजनशिप रजिस्टर की व्यवस्था लागू है।

    इसके अंतिम ड्राफ्ट में जिन लोगों के नाम शामिल नहीं थे, उन्हें फॉरेनर्स ट्रिब्यूनल में अपील करने का विकल्प दिया गया था।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    असम
    बांग्लादेश
    अमित शाह
    केंद्र सरकार

    ताज़ा खबरें

    JSW MG को बिक्री में मिली 40 फीसदी की बढ़त, अब तक की सर्वाधिक  MG मोटर्स
    IPL 2025: क्वालीफायर-2 में बारिश ने डाला खलल, मैच धुला तो किसे मिलेगा फाइनल का टिकट? IPL 2025
    ऋतिक रोशन-कियारा आडवाणी समेत फिल्मों में आ रहीं इन 5 नई जोड़ियाें पर सबकी नजर तृप्ति डिमरी
    ग्रिंडर ऐप पर लड़की बनकर धोखाधड़ी कर रहे लड़के, बरतें ये सावधानियां  डेटिंग ऐप्स

    असम

    जानिए कौन हैं संगीत के उस्ताद भूपेन हज़ारिका जिन्‍हें मरणोपरांत मिला भारत रत्‍न भारत की खबरें
    नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में भूपेन हजारिका का परिवार, भारत रत्न स्वीकार करने से इनकार भारत रत्न
    सियाचिन में तैनात रहा जवान, अब लड़ रहा खुद को भारतीय नागरिक साबित करने की लड़ाई भारतीय सेना
    पिछले एक महीने में जहरीली शराब के कारण देशभर में गई 250 से अधिक जानें बिहार

    बांग्लादेश

    बांग्लादेश चुनावः शेख हसीना की एकतरफा जीत, विपक्ष ने खारिज किए चुनाव परिणाम शेख हसीना
    सर्वे में खुलासा, भारतीय लोग दूसरे देशों को मदद देने के सबसे बड़े समर्थक चीन समाचार
    बांग्लादेश: केमिकल रखी बिल्डिंग में भीषण आग; 69 की मौत, कई घायल आग त्रासदी
    अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस: जानें कब और कैसे हुई इसकी शुरुआत और भारत के लिए इसका महत्व भारत की खबरें

    अमित शाह

    पश्चिम बंगाल में भाजपा का जबरदस्त उभार, जानें ममता बनर्जी की पहली प्रतिक्रिया पश्चिम बंगाल
    मामूली RSS वर्कर से लेकर मोदी को 'महानायक' बनाने तक, ऐसा है अमित शाह का सफर नरेंद्र मोदी
    'अबकी बार 300 पार' के नारे को 'आधुनिक चाणक्य' अमित शाह ने हकीकत में कैसे बदला? पश्चिम बंगाल
    जीत के बाद आडवाणी और मनोहर जोशी से मिले प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह नरेंद्र मोदी

    केंद्र सरकार

    अयोध्या: 5 मार्च को राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद पर फैसला सुनाएगा सुप्रीम कोर्ट शिवसेना समाचार
    सुप्रीम कोर्ट में सरकार ने कहा- रक्षा मंत्रालय से चोरी हुए राफेल सौदे से जुड़े कागजात केके वेणुगोपाल
    अगर करते हैं क्रेंद की नौकरी तो हो जाइए खुश, अब कई गुना मिलेगी ये धनराशि शिक्षा
    SP सांसद का विवादित बयान, 'सरकार ने कराया पुलवामा हमला, वोट के लिए जवानों को मारा' योगी आदित्यनाथ
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025