महाराष्ट्रः भिवंडी में इमारत ढहने से दो की मौत, कई लोग घायल
मुंबई से 40 किलोमीटर भिवंडी में चार मंजिला इमारत गिरने से कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। शुक्रवार देर रात हुए हादसे के बाद लोगों को मलबे से निकालने का काम पूरा हो चुका है। घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मृतकों की पहचान 26 वर्षीय सिराज अनवर अंसारी और 27 वर्षीय मोहम्मद आकिब अंसारी के रूप में हुई है। आइये, पूरी खबर जानते हैं।
शुक्रवार देर रात हुआ हादसा
प्रशासन ने बताया कि हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय निकाय अधिकारी और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंचकर राहत अभियान में लग गई थी। शांति नगर इलाके में स्थित इस इमारत की हालत खस्ता थी। इमारत में आई दरारों को देखते हुए कई परिवारों को पहले निकाल लिया गया था, लेकिन कुछ लोग अपना सामान इकट्ठा करने के लिए इमारत में थे। शुक्रवार देर रात लगभग एक बजे यह इमारत ढह गई।
घटनास्थल की तस्वीरें
सामान इकट्ठा करने के लिए जबरदस्ती अंदर गए थे लोग
भिवंडी निजामपुरा सिटी म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन (BNCMC) के कमिश्नर अशोक रणखंभ ने बताया, "जैसे ही हमें इमारत से प्लास्टर गिरने और दरार आने की खबर मिली, हमने लोगों को सुरक्षित निकाल लिया था, लेकिन कुछ लोग अपना सामान लेने के लिए जबरदस्ती अंदर चले गए थे। इसी दौरान यह इमारत ढह गई।" उन्होंने कहा कि इस इमारत का कोई नाम नहीं है और बिल्डर पर लापरवाही के आरोप में मामला दर्ज किया जाएगा।
बचाव अभियान में दो कर्मचारी घायल
हादसे के बाद स्थानीय पुलिस, फायर ब्रिगेड, ठाणे आपदा राहत प्रबंधन दल ने मिलकर राहत और बचाव अभियान चलाया। सुबह लगभग नौ बजे यह अभियान पूरा हो गया। इस अभियान के दौरान फायर ब्रिगेड के दो कर्मचारी घायल हुए हैं।
जून में छत गिरने से हुई थी बच्ची की मौत
भिवंडी में जून में भी एक घर की छत गिरने से नौ वर्षीय बच्ची की मौत हो गई थी। प्रशासन ने इस तीन मंजिला इमारत को खतरनाक घोषित किया हुआ था और पिछले साल से लगातार इसे खाली करने के लिए नोटिस भेज रहा था। इस संबंध में आखिरी नोटिस 30 मई को भेजा गया था। इस इमारत में कुल 42 परिवार रहते थे। पिछले कुछ दिनों में अलग-अलग जगह इमारत गिरने की कई घटनाएं हुई हैं।
डोंगरी में इमारत ढहने से गई थी जानें
पिछले महीने मुंबई के डोंगरी इलाके में एक चार मंजिला इमारत ढहने से दो दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हुए थे। बेहद पुरानी इस इमारत में 6-7 परिवार रहते थे।