अयोध्या पर आतंकी खतरे का साया, 30 बम निरोधक दस्ते तैनात
अगले सप्ताह अयोध्या विवादित भूमि मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आना है। इससे पहले अयोध्या में आतंकी खतरे का साया मंडरा रहा है। आतंकी हमले की आशंका को देखते हुए शहर में 30 बम निरोधक दस्तों को तैनात किया गया है। फैसले के बाद हालात को संभालने के लिए शहर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। 12 नवंबर से पहले सभी धर्मशालाओं से उनमें ठहरने वाले लोगों की जानकारी मांगी गई है।
विवादित भूमि की तरफ जाने वाली सड़क सील
खबरों के मुताबिक, 12 नवंबर से पहले शहर में रहने वाले सभी बाहरी लोगों को बाहर जाने के लिए कह दिया गया है। अगले दो दिनों में पुलिस और अर्धसैनिक बलों की 300 टुकड़ियों को अयोध्या के अलग-अलग हिस्सों में तैनात किया जाएगा। इनमें से आधी टुकड़ियां अर्धसैनिक बलों और आधी पुलिस की टुकड़ियां होंगी। पुलिस ने विवादित भूमि के पास जाने वाले राम कोट इलाके की सड़कों को पूरी तरह सील कर दिया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और DGP से मिले CJI रंजन गोगोई
अयोध्या फैसला आने से पहले मुख्य न्यायाधीश (CJI) रंजन गोगोई ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और DGP से मुलाकात की। CJI रंजन गोगोई ने दोनों अधिकारियों से राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बातचीत की।
अयोध्या में चार से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध
उत्तर प्रदेश पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (ADG) रैंक के एक अधिकारी को अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था का इन्चार्ज बनाया गया है। पुलिस का कहना है कि वो किसी भी आतंकी हमले, सांप्रदायिक दंगे, जनता के आक्रोश, विवादित जमीन को किसी खतरे और अन्य सभी संभावित परिस्थितियों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। अयोध्या में चार से अधिक लोगों के एक जगह इकट्ठा होने पर दिसंबर के अंत तक प्रतिबंध लगा दिया गया है।
स्कूलों में ठहरेंगे सुरक्षा बल, बनेंगी अस्थाई जेलें
समाचार एजेंसी PTI के अनुसार, सुरक्षा बलों के ठहरने के लिए 700 सरकारी, 50 उत्तर प्रदेश बोर्ड से सहायता प्राप्त करने वाले और 25 CBSE स्कूलों में इंतजाम किया गया है। वहीं अयोध्या से सटे अंबेडकरनगर के स्कूलों में आठ अस्थाई जेलें बनाई जाएंगी।
अयोध्या में मुस्तैद हुई सुरक्षा व्यवस्था
यूपी पुलिस प्रमुख बोले, पूरी तरह तैयार और सतर्क
उत्तर प्रदेश पुलिस प्रमुख ओपी सिंह का कहना है कि वो अयोध्या विवाद पर फैसले के लिए पूरी तरह तैयार और सतर्क हैं। उन्होंने बताया, "हम पैदल गश्त दे रहे हैं और शांति बनाए रखने के लिए बैठक कर रहे हैं। सभी पुलिस अधिकारियों को लोगों के संपर्क में रहने को कहा गया है और किसी को भी कानून की धज्जियां उड़ाने की इजाजत नहीं होगी। जरूरत पड़ने पर माहौल खराब करने वाले असामाजिक तत्वों पर NSA लगाया जाएगा।"
भावना भड़काने वाले लोगों पर लगेगा NSA
पुलिस के निर्देशों के अनुसार, सोशल मीडिया पर भावनाएं भड़काने वाले लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत कार्रवाई की जाएगी। अयोध्या के जिला जज ने भी सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट शेयर करने वालों पर पुलिस कार्रवाई का आदेश दिया है।
भाजपा ने नेताओं को दी नसीहत
भारतीय जनता पार्टी ने अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए आचार संहिता जारी करते हुए उन्हें अयोध्या जमीन विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद संयम बरतने और भड़काऊ भाषण देने से बचने की नसीहत दी है। नेताओं को फैसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की प्रतिक्रिया से पहले कोई बयान न देने को कहा गया है। बता दें कि मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला 17 नवंबर से पहले कभी भी आ सकता है।