बिहार में वैक्सीनेशन अभियान में युवक को लगाया खाली इंजेक्शन, वीडियो वायरल होने पर नर्स निलंबित
कोरोना वायरस महामारी से बचाव के लिए वैक्सीन को ही एकमात्र उपचार माना जा रहा है। ऐसे में देश में जारी वैक्सीनेशन अभियान में अब लोग तेजी से वैक्सीन लगवाने पहुंच रहे हैं। इसी बीच बिहार में वैक्सीनेशन अभियान में बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। छपरा में वैक्सीन लगवाने आए एक युवक को महिला चिकित्साकर्मी ने बिना वैक्सीन भरे ही इंजेक्शन लगा दिया। मामले का खुलासा होने पर विभाग ने महिला चिकित्साकर्मी को निलंबित कर दिया।
महिला चिकित्साकर्मी ने वैक्सीन भरे बिना ही लगा दिया इंजेक्शन
इंडिया टुडे के अनुसार 21 जून को छपरा शहर के वार्ड नम्बर एक के उर्दू माध्यमिक विद्यालय बड़ा इमामबाड़ा केंद्र पर वैक्सीन लगाई जा रही थी। उस दौरान स्थानीय निवासी अजहर हुसैन भी वैक्सीन लगवाने पहुंच गया। उसका नंबर आने पर वहां वैक्सीन लगाने वाली महिला चिकित्साकर्मी चंदा कुमारी (48) ने जल्दबाजी में उसे खाली इंजेक्शन लगा दिया। उस दौरान अजहर के साथ गए अमन खान ने घटना का पूरा वीडियो अपने मोबाइल में कैद कर लिया।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा घटना का वीडियो
अजहर के दोस्त अमन ने घटना के पूरे वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। कुछ ही देर में यह वीडियो वायरल हो गया। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे एक महिला स्वास्थ्य कर्मी द्वारा सीरिंज का रैपर फाड़कर इसमें बिना वैक्सीन भरे इंजेक्शन लगाया जा रहा है। इससे स्वास्थ्यकर्मियों की कारस्तानी की पोल खुल गई। स्वास्थ्यकर्मियों के इस गैर जिम्मेदाराना कार्य से वैक्सीनेशन अभियान पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं।
चिकित्सा विभाग ने महिला चिकित्साकर्मी को किया निलंबित
घटना का वीडियो वायरल होने के बाद चिकित्सा विभाग के अधिकारी हरकत में आ गए और उन्होंने महिला चिकित्साकर्मी चंदा कुमारी को निलंबित कर दिया। जिला वैक्सीनेशन अधिकारी (DIO) डॉ अजय कुमार ने बताया कि विभाग ने घटना को गंभीरता से लिया है और दोषी चिकित्साकर्मी को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा उन्होंने कारण बताओ नोटिस जारी कर 48 घंटे में जवाब प्रस्तुत करने को कहा है। जवाब नहीं आने पर कार्रवाई की जाएगी।
महिला चिकित्साकर्मी से जल्दबाजी में हुई गलती- DIO
DIO डॉ कुमार ने कहा कि वैक्सीनेशन केंद्र पर लोगों की भीड़ पड़ रही थी। ऐसे में जल्दबाजी के चलते महिला चिकित्साकर्मी से यह गलती हो गई। इसको लेकर उसके खिलाफ विभागीय जांच भी की जा रही है। इधर, खाली इंजेक्शन लगवाने वाले अजहर का कहना है कि महिला चिकित्साकर्मी ने जानबूझकर खाली इंजेक्शन नहीं लगाया था। केंद्र पर अधिक भीड़ होने के कारण जल्दबाजी में ऐसा हो गया। उन्हें भी वीडियो देखने के बाद इसका पता चला था।