700 किलोमीटर का सफर तय कर NEET परीक्षा देने पहुंचा छात्र, फिर भी नहीं मिला प्रवेश
कोरोना वायरस महामारी के बीच रविवार को देशभर में राष्ट्रीय योग्यता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) आयोजित की गई। महामारी को देखते हुए विपक्ष और कई छात्रों ने परीक्षा को स्थगित करने की मांग की थी, लेकिन सरकार ने पूरे प्रबंध होने का दावा करते हुए परीक्षा आयोजित करा दी। इस बीच रविवार को बिहार से 700 किलोमीटर का सफर तय कर परीक्षा के लिए कोलकाता पहुंचे एक छात्र का महज 10 मिनट के कारण पूरा साल खराब हो गया।
छात्र ने 24 घंटे में तय किया 700 किलोमीटर का सफर
DNA के अनुसार बिहार के दरभंगा निवासी संतोष यादव का NEET परीक्षा के लिए कोलकाता की सॉल्ट लेक के पास स्थित स्कूल में सेंटर दिया गया था। इसके लिए उसने 24 घंटे में करीब 700 किलोमीटर का सफर तय किया और सेंटर पर पहुंच गया, लेकिन वहां पहुंचने में उसे 10 मिनट की देरी हो गई। इस पर केंद्र संचालकों ने उसे परीक्षा में नहीं बैठने दिया। ऐसे में इतनी भागदौड़ के बाद भी उसका पूरा साल खराब हो गया।
अधिकारियों से मिन्नतें करने के बाद भी नहीं मिला प्रवेश
संतोष ने बताया कि परीक्षा 2 बजे शुरू होनी थी, लेकिन केंद्र में प्रवेश का अंतिम समय 01:30 बजे का था। वह 01:40 पर केंद्र पहुंचा था तो अधिकारियों ने उसे प्रवेश नहीं दिया। उसने अधिकारियों से काफी मिन्नतें भी की, लेकिन कोई हल नहीं निकला। ऐसे में उसे वापस निराश लौटना पड़ा। उसने कहा कि वह एक साल से परीक्षा की तैयारी कर रहा था, लेकिन महज 10 मिनट की देरी ने उसका साल खराब कर दिया।
भारी भागदौड़ के बाद भी नहीं मिली सफलता
संतोष ने बताया कि वह शनिवार सुबह 8 बजे दरभंगा से मुजफ्फरपुर के लिए बस में सवार हुआ था। वहां उसने पटना के लिए बस ले ली, लेकिन पटना वाले रास्ते में भारी ट्रैफिक के कारण उसकी बस छह घंटे लेट हो गई। इसके बाद उसने पटना से सुबह 9 बजे कोलकाता के लिए बस पकड़ ली और 01:06 बजे सियालदाह पहुंच गया। वहां से वह टैक्सी लेकर परीक्षा केंद्र पहुंचा, लेकिन तब तक 10 मिनट की देरी हो गई।
साइकिल पर तय किया 75 किलोमीटर का सफर
इससे पहले एक 19 वर्षीय छात्र दिगांत मोंडल भी सुंदरबन के गोसाबा गांव से साइकिल पर 75 किलोमीटर की यात्रा कर सेक्टर पांच स्थित परीक्षा केंद्र पहुंचा था। केंद्र पर पहुंचने के लिए उसे दो घंटे सार्वजनिक परिवहन में भी यात्रा करनी पड़ी थी।
भाजपा अध्यक्ष घोष ने साधा पश्चिम बंगाल सरकार पर निशाना
इधर, पश्चिम बंगाल के भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह छात्रों के प्रति सहानभूति नहीं रखती। JEE परीक्षा के दौरान भी छात्रों को बहुत परेशानी उठानी पड़ी थी। इधर, राज्य की शिक्षा मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि छात्रों को होने वाली असुविधा को रोकने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को होने वाले राष्ट्रव्यापी बंद को रद्द कर दिया था।