बेंगुलरू हिंसा: 'पुलिस को मारो' चिल्ला रही थी भीड़, FIR में पांच आरोपियों के नाम
क्या है खबर?
बेंगलुरू पुलिस ने मंगलवार रात को हुई डीजे हल्ली इलाके में हुई हिंसा के मामले में FIR दर्ज की है।
इस हिंसा में तीन लोगों की मौत हुई थी, 200 कारें जलाई गई और पुलिस थाने में तोड़फोड़ कर आगजनी की गई।
FIR में पुलिस ने लिखा है कि भीड़ हथियारों से लैस थी और 'पुलिस को मारो' के नारे लगा रही थी। इसमें पांच आरोपियों को नामजद किया गया है।
आइये, पूरी खबर जानते हैं।
घटना
फेसबुक पोस्ट के बाद भड़की थी हिंसा
मंगलवार को पुलिकेशिनगर के कांग्रेस विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के भतीजे ने कथित तौर पर फेसबुक पर एक 'आपत्तिजनक' पोस्ट डाली थी।
इसके विरोध में भारी संख्या में लोग पुलिस थाने पहुंच गए और विधायक के भतीजे पर कार्रवाई की मांग की।
इसी दौरान दूसरी भीड़ ने विधायक के घर के घेराव कर लिया। थोड़ी देर बाद भीड़ हिंसक हो गई और जमकर उत्पात मचाया।
राज्य सरकार ने इस हिंसा को सुनियोजित बताया है।
FIR
FIR में क्या-क्या लिखा गया है?
इंडिया टूडे के मुताबिक, पुलिस ने FIR में लिखा है कि मंगलवार रात लगभग 8:45 बजे अरफान, मुज्जमिल पाशा, सैयद मसूद, अयाज और अल्लाह बख्स लगभग 300 लोगों के साथ गलियों में निकले। उनके पास कुल्हाडी, डंडे और रॉड थी और उन्होंने पुलिस थाने पर धावा बोल दिया।
भीड़ 'पुलिसवालों को मारो, उन्हें छोड़ना मत' चिल्ला रही थी। उन्होंने पुलिसकर्मियों पर ईंट भी फेंकी। जो उस समय ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मी के सिर में आकर लगी।
बेंगलुरू हिंसा
'समझाने के बावजूद पीछे नहीं हटी भीड़'
FIR में लिखा गया है कि बार-बार समझाने के बाद भी भीड़ टस से मस नहीं हुई और तोड़फोड़ करती रही। भीड़ ने केजे हल्ली और डीजे हल्ली पुलिस थाने में खड़ी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। इसके बाद इलाके में धारा 144 लागू करनी पड़ी।
पुलिस ने कहा कि भीड़ को वापस जाने की चेतावनी दी गई थी, लेकिन लोगों ने कहा, "वो हमें खत्म किए बिना नहीं जाएंगे।"
इसके बाद भीड़ थाने में घुस गई।
FIR
'पुलिसवालों को बचाने के लिए किए गए हवाई फायर"
FIR में कहा गया है कि भीड़ के हमले का सामना कर रहे पुलिसवालों को बचाने के लिए हवाई फायर करने पड़े।
पुलिस ने कहा, "इसके बाद अरफान, मुज्जमिल पाशा, सैयद मसूद, अयाज और अल्लाह बख्स ने पुलिसकर्मियों से बंदूक छीनने की कोशिश की। हमनें हवाई में कुछ और राउंड गोलियां चलाईं और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।"
यह भी कहा गया है भीड़ ने थाने में पत्थर फेंके, जिससे एक पुलिसकर्मी घायल हुआ है।
FIR
'भीड़ ने पुलिसकर्मियों से छीन लिए हथियार'
पुलिस ने FIR में लिखा है कि भीड़ ने थाने के बाहर खड़े वाहनों को जला दिया। वो थाने में घुस आई और इसे तबाह कर दिया। लोगों ने दरवाजे और खिड़कियां तोड़ दी और पुलिसकर्मियों को खत्म करने की बात कही। उन्होंने पुलिसकर्मियों से हथियार छीन लिए। बाद में जब अतिरिक्त बल मौके पर पहुंचा, तब स्थिति को नियंत्रण में लाया जा सका और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।
फैसला
दंगाईयों से होगी नुकसान की भरपाई
कर्नाटक सरकार ने हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई दंगाईयों से करने का फैसला किया है।
राज्य सरकार ने यह भी कहा है कि यह पूरा दंगा सुनियोजित था और पुलिस ने कुछ संदिग्धों की पहचान कर ली है। अब नुकसान की वसूली की जाएगी।
कर्नाटक के मंत्री सीटी रवि ने कहा कि संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए पेट्रोल बम और पत्थर फेंके गए थे। उत्तर प्रदेश की तरह सरकार दंगों में हुए नुकसान की वसूली दंगाईयों से करेगी।