असम: बागजन के कुओं में पांच महीनों से जल रही आग, बुझाने के सारे प्रयास बेकार
असम के तिनसुकिया जिले में बागजन क्षेत्र में तेल के कुओं में लगी आग पांच महीनों बाद भी नहीं बुझ पाई है। ऑयल इंडिया लिमिटेड (OIL) के कुओं में लगी इस आग को बुझाने के सारे प्रयास असफल हो चुके हैं। कई मौकों पर आग काबू में दिखती है, लेकिन थोड़ी ही देर बाद इसकी लपटें ऊंची उठने लगती हैं। आग की वजह से पर्यावरण के साथ-साथ वन्य जीवन को भी भारी नुकसान हुआ है।
कब से जल रही है आग?
बीते 9 जून को बागजन क्षेत्र में डिब्रू-सैखोवा राष्ट्रीय उद्यान और मगुरी मोटापुंग के पास OIL के कुओं में गैस रिसाव के बाद तेज धमाके के साथ आग लग गई थी। उसके बाद से विशेषज्ञों की टीमें आग बुझाने के प्रयास में जुटी हुई है, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिल पाई है। इसी बीच 22 जुलाई को कुएं के पास तेज धमाका हो गया था, जिसमें सिंगापुर की कंपनी अलर्ट डिजास्टर कंट्रोल के तीन कर्मचारी घायल हो गए थे।
अवैध रूप से संचालित किए जा रहे हैं कुएं- समिति
इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों के विरोध प्रदर्शन जारी हैं, लेकिन उन्हें मीडिया में जगह नहीं मिल पाती। सोशल मीडिया पर लोग लगातार इसकी फोटो और वीडियो पोस्ट कर लोगों का ध्यान इस और खींच रहे हैं। इस घटना को लेकर राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (NGT) ने एक समिति का गठन किया था। उस समिति ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि बागजन और 26 दूसरे कुएं गैर-कानूनी तरीके से संचालित किए जा रहे थे।
भारत में अब तक की सबसे लंबी आग
बागजन कुएं में छोटे धमाके के साथ 27 मई को आग लगी थी। इस धमाके में तीन लोगों की मौत हुई थी। अगर इस हिसाब से देखें तो इस आग को जलते हुए 160 दिन हो चुके हैं। वहीं कुछ 9 जून को हुए धमाके के बाद से इस आग की शुरुआत मान रहे हैं। इस हिसाब से आग को 150 दिन हो गए हैं। यह भारत में अब तक की सबसे ज्यादा समय जलने वाली आग है।
भारत में अब तक की सबसे लंबी जलने वाली आग की घटनाएं
इंडिया टुडे के अनुसार, इससे पहले सबसे लंबी आग 1960 के दशक में शिवसागर जिले में तेल के कुएं में लगी थी, जिस पर 90 दिनों में काबू पाया जा सका था। ऐसी ही एक घटना आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी में हुई थी, जहां आग को बुझाने में 65 दिन लगे थे। 2005 में असम के ही डिब्रूगढ़ में तेल के कुएं में आग लगने की घटना हुई थी। यह 45 दिनों में काबू में आई थी।
विस्थापित परिवारों को दिया गया मुआवजा- कंपनी
OIL ने कहा कि घरों के जल जाने के कारण 12 परिवारों को यहां से दूसरी जगह भेजा गया है। उन्हें इसके लिए 25 लाख रुपये का मुआवजा और 50,000 रुपये की मासिक सहायता दी जा रही है।
आग बुझाने का क्या प्रयास किए गए?
कंपनी ने आग बुझाने के लिए कई विशेषज्ञों की मदद ली है, लेकिन सभी प्रयास बेकार साबित हुए हैं। शुुरुआत में OIL और ONGC की टीमों ने आग बुझाने के प्रयास किए। उसके बाद सिंगापुर की अलर्ट डिजास्टर कंट्रोल की मदद ली गई, लेकिन फिर भी कामयाबी नहीं मिली। उसके बाद विशेषज्ञों ने गैस की दिशा बदलने का प्रयास किया ताकि कुएं में गैस न होने की स्थिति में आग बुझ जाए, लेकिन यह तरीका भी कामयाब नहीं हो पाया।
कब तक बुझेगी आग?
अब विशेषज्ञ और कंपनी इस आग को बुझाने के लिए 'स्नबिंग' नामक प्रक्रिया अपनाने का विचार कर रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि इससे अगले 10-15 दिनों में आग को काबू में किया जा सकेगा।