राजस्थान: अलवर में किसान नेता राकेश टिकैत के काफिले पर हमला, कार की शीशे तोड़े
क्या है खबर?
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन के अगुवा नेता और भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के काफिले पर शुक्रवार को राजस्थान के अलवर जिले में भीड़ ने हमला कर दिया।
हालांकि, इसमें टिकैत को तो चोट नहीं आई, लेकिन उनकी कार के शीशे टूट गए।
इस दौरान असामाजिक तत्वों ने टिकैत पर स्याही भी फेंकी, लेकिन पुलिस ने हालात पर काबू करते हुए टिकैत को बाहर निकाल लिया।
कद
किसान आंदोलन के प्रमुख नेताओं में शामिल है टिकैत
राकेश टिकैत किसान आंदोलन के प्रमुख नेताओं में है। 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद तो आंदोलन में टिकैत की अहम छवि उभरकर सामने आई है।
हिंसा के बाद जब प्रदर्शन स्थलों पर किसानों की भीड़ कम होने लगी तो टिकैत ने आंदोलन को अपने हाथों में लेते हुए किसानों को एकजुट किया था।
उसके बाद आंदोलन में फिर से जान आ गई और किसान अभी भी दिल्ली की सीमाओं पर डटे हैं।
एकजुट
विभिन्न हिस्सों का दौरा कर किसानों को एकजुट कर रहे टिकैत
किसान नेता टिकैत इस समय देश के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर लोगों को कृषि कानूनों की कमियां बताने और किसानों को एकजुट करने का काम कर रहे हैं। वह प्रतिदिन आस-पास के राज्यों में जाकर पंचायत कर रहे हैं और किसानों से आंदोलन को मजबूत बनाने की अपील कर रहे हैं।
इसी कड़ी में वह शुक्रवार को राजस्थान के अलवर जिले के हरसौरा गांव पहुंचे थे, लेकिन इस दौरान अज्ञात लोगों ने काफिले पर हमला कर दिया।
घटना
बानसूर जाते समय ततारपुर चौराहे पर हुआ हमला
इंडिया टुडे के अनुसार टिकैत ने दोपहर में अलवर के हरसौरा में किसानों की एक सभा को संबोधित किया था। इसके बाद वह बानसूर के लिए रवाना हुए थे। रास्ते में उनके काफिले के ततारपुर चौराहे पर पहुंचते ही अज्ञात लोगों ने काफिले पर पथराव कर दिया। इससे टिकैत की कार के शीशे टूट गए।
इस दौरान कुछ लोगों ने टिकैत पर स्याही भी फेंकी। हालांकि, पुलिस ने उन्हें भीड़ से निकालकर सुरक्षित रूप से बानसूर पहुंचा दिया।
आरोप
टिकैत ने हमले के लिए भाजपा पर लगाया आरोप
इस घटना के बाद टिकैत ने हमले के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने एक वीडियो पोस्ट करते हुए ट्वीट किया, 'राजस्थान के अलवर जिले के ततारपुर चौराहा, बानसूर रोड़ पर भाजपा के गुंडों द्वारा जानलेवा हमला किया गया। लोकतंत्र के हत्या की तस्वीरें।'
इसी तरह किसान नेताओं ने बानसूर की किसान सभा के मंच से कहा कि ईंट का जवाब पत्थर से दिया जाएगा। राजस्थान में भी भाजपा की हालत हरियाणा और पंजाब जैसी की जाएगी।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें वीडियो
राजस्थान के अलवर जिले के ततारपुर चौराहा, बानसूर रोड़ पर भाजपा के गुंडों द्वारा जानलेवा पर हमला किए गए, लोकतंत्र के हत्या की तस्वीरें pic.twitter.com/aBN9ej7AXS
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) April 2, 2021
चेतावनी
नवंबर-दिसंबर तक की है आंदोलन की तैयारी- टिकैत
टिकैत ने हरियाणा के करनाल में एक किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए कहा, "यह लड़ाई सिर्फ किसानों की नहीं है, बल्कि गरीबों, छोटे व्यापारियों की भी है। यह आंदोलन लंबे समय तक चलेगा। हमने नवंबर-दिसंबर तक तैयारी की है।"
उन्होंने कहा, "हमारे आंदोलन को पंजाब और हरियाणा की तर्ज पर विभाजित करके और इसे एक विशेष राज्य के रूप में पेश करने की कोशिश की, लेकिन हमने यह काम नहीं किया।"
पृष्ठभूमि
क्यों आंदोलन कर रहे हैं किसान?
मोदी सरकार कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए सितंबर, 2020 में तीन कानून लेकर लाई है।
इनमें सरकारी मंडियों के बाहर खरीद के लिए व्यापारिक इलाके बनाने, अनुबंध खेती को मंजूरी देने और कई अनाजों और दालों की भंडारण सीमा खत्म करने समेत कई प्रावधान किए गए हैं।
पंजाब और हरियाणा समेत कई राज्यों के किसान इन कानूनों का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि इनके जरिये सरकार मंडियों और MSP से छुटकारा पाना चाहती है।