हरियाणा: बाथरूम में गिरे स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज, पैर में फ्रैक्चर आने से अस्पताल में भर्ती
हरियाणा के गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज नहाते वक्त बाथरूम में फिसलकर गिर गए। इससे उनकी जांघ के पास फ्रैक्चर आया है। घटना के वक्त विज अंबाला स्थित अपने घर पर मौजूद थे। चोट आने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां डॉक्टरों ने उन्हें प्राथमिक उपचार दिया। उनकी हालत देखते हुए उन्हें मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में रेफर कर दिया गया है। विज के मीडिया संयोजक विजेंद्र चौहान ने यह जानकारी दी।
चंडीगढ़ बैठक में जाने के लिए तैयार हो रहे थे विज
बताया जा रहा है कि विज को किसी बैठक में शामिल होने के लिए चंडीगढ़ जाना था। उससे पहले नहाते समय विज अपने घर की पहली मंजिल पर बने बाथरूम में नहा रहे थे। तभी उनका पैर फिसल गया और जांघ के पास फ्रैक्चर हो गया। काफी देर बाद उन्होंने मुश्किल से दरवाजा खोला और परिजनों को बुलाया। परिजन उन्हें तुरंत अंबाला छावनी के सी लाल अस्पताल लेकर गए। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया।
कोरोना के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व कर रहे विज
स्वास्थ्य मंत्री होने के नाते विज हरियाणा में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। वो अधिकारियों को समय-समय पर जरूरी निर्देश देते रहते हैं।
विज के आदेश पर दिल्ली सीमा हुई थी सील
पिछले कुछ दिनों से हरियाणा में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। दिल्ली से सटे जिलों में इस महामारी का प्रकोप सबसे ज्यादा देखा जा रहा है। इसे देखते हुए पिछले महीने के अंत में विज ने दिल्ली सीमा को सील करने के आदेश दिए थे। विज का कहना था कि दिल्ली संपर्क के कारण राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। हालांकि, 1 जून को सीमा पूरी तरह खोल दी गई थी।
विज ने फिर दिए सीमा सील करने के संकेत
विज ने एक बार फिर दिल्ली सीमा सील करने के लिए संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि गुरूग्राम और फरीदाबाद में हालात चिंताजनक है और अगर जरूरत पड़ी तो दिल्ली से लगती सीमा को फिर सील किया जा सकता है।
तेज-तर्रार नेता के रूप में जाने जाते हैं विज
अनिल विज हरियाणा सरकार में सबसे वरिष्ठ मंत्री हैं। वो अंबाला कैंट विधानसभा से छठी बार विधायक चुने गए हैं। 15 मार्च, 1953 को जन्मे विज ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से अपनी राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी। 1990 में दिवंगत सुषमा स्वराज के राज्यसभा जाने के बाद खाली हुई अंबाला कैंट विधानसभा पर उपचुनाव होना था। विज ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में क्लर्क की नौकरी छोड़कर यह चुनाव लड़ा और पहली बार विधायक बने।